सीजी भास्कर, 6 अक्टूबर। रविवार देर रात अचानक ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू वार्ड में आग भड़क गई। थोड़ी ही देर में पूरे फ्लोर पर अफरातफरी मच गई। हादसे के वक्त वहां कई मरीज भर्ती थे। धुआं इतना तेज था कि किसी को समझ नहीं आ रहा था कि बाहर कैसे निकला जाए। अलार्म बजते ही अफसर और मेडिकल स्टाफ मौके पर दौड़े।
बताया जा रहा है कि आग पहले आईसीयू वार्ड के स्टोर रूम में लगी थी। वहां रखे मेडिकल ट्यूब और कागजों से तेजी से लपटें फैल गईं। मौके पर मौजूद लोग घबराकर बाहर भागे। देखते ही देखते पूरा वार्ड धुएं से भर गया और मरीजों को बेड समेत बाहर लाना पड़ा।
घटनास्थल जयपुर के सवाई मानसिंह (SMS) हॉस्पिटल का ट्रॉमा सेंटर है। यहां हुए (Hospital fire) हादसे में 8 मरीजों की मौत हो गई, जिनमें 3 महिलाएं भी शामिल थीं। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। शासन ने इस (Hospital fire) पर 6 सदस्यीय समिति बनाई है। वहीं FSL टीम मौके से सबूत जुटा रही है।
फायर विभाग के कर्मचारी अवधेश पांडे ने बताया कि जब हम पहुंचे तो पूरा वार्ड धुएं से भर चुका था। अंदर घुसना संभव नहीं था, इसलिए बिल्डिंग की दूसरी ओर से खिड़की तोड़कर पानी की बौछार करनी पड़ी। आग पर काबू पाने में डेढ़ घंटे का वक्त लगा।
भरतपुर निवासी शेरू ने बताया कि आग लगने से 20 मिनट पहले ही धुआं निकलना शुरू हो गया था। हमने स्टाफ को चेताया, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। थोड़ी देर में प्लास्टिक की पाइप पिघलकर गिरने लगी। वार्ड बॉय वहां से भाग निकले और हमने खुद ही मरीज को बाहर निकाला। हादसे के दो घंटे बाद ही मरीज को ग्राउंड फ्लोर पर शिफ्ट किया गया। अब तक उनकी स्थिति स्पष्ट नहीं है।