सीजी भास्कर 6 अक्टूबर Jaipur SMS Hospital Fire: हादसे का दुखद सिलसिला
जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल (Jaipur SMS Hospital Fire) में मंगलवार सुबह ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना हुई। इस हादसे में 8 मरीजों की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। पीएम ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।
लोकसभा अध्यक्ष की संवेदना
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस घटना को बेहद हृदयविदारक बताया। उन्होंने ट्वीट किया कि जयपुर के ट्रॉमा सेंटर में आग में कई मरीजों की जान गई है। शोकाकुल परिवारों के प्रति उन्होंने गहरी संवेदना जाहिर की और दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना की।
कैसे लगी आग? शॉर्ट सर्किट बना वजह
एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा आईसीयू प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग तेजी से फैल गई और जहरीला धुआं निकलने लगा। घटना के समय ट्रॉमा आईसीयू में कुल 11 मरीज थे, जिनमें ज्यादातर गंभीर हालत में बेहोश थे।
डॉ. धाकड़ ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर दो आईसीयू हैं – एक ट्रॉमा आईसीयू और एक सेमी-आईसीयू। आग ट्रॉमा आईसीयू में लगी और कुछ ही देर में जहरीली गैसें फैल गईं। अस्पताल की टीम ने तुरंत मरीजों को ट्रॉली पर लादकर बाहर निकाला और सीपीआर देकर उन्हें बचाने की कोशिश की।
अस्पताल की त्वरित कार्रवाई ने बढ़ाया सुरक्षा प्रयास
अस्पताल की नर्सिंग टीम और वार्ड स्टाफ ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया। सभी बेहोश मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती किया गया। अस्पताल प्रशासन ने आग की जांच के आदेश दे दिए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा मानकों को और कड़ा करने का ऐलान किया है।
Jaipur SMS Hospital Fire: भविष्य की तैयारी और सतर्कता
अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि हादसे के बाद हर आईसीयू और ट्रॉमा सेंटर के उपकरणों की सुरक्षा जांच की जाएगी। आग की घटना ने अस्पतालों में सुरक्षा मानकों की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है।