सीजी भास्कर, 06 अक्टूबर। केंद्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक कार्य समिति ने देश भर में 56 नए केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) की स्थापना को मंजूरी प्रदान कर दी है। इसमें एक छत्तीसगढ़ में भी खोलने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि यह कदम प्रदेश के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा के अवसरों का लगातार विस्तार किया जा रहा है और नए केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) की स्थापना इस दिशा में बड़ा कदम है। यह विद्यालय न केवल आरंग क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी होगा बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों के छात्रों को भी उच्चस्तरीय शिक्षा से जोड़ देगा। उन्होंने इसे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला बताया।
प्रदेश में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने की पहल
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने, स्कूलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और विद्यार्थियों को समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार मिलकर शिक्षा का नया युग शुरू कर रही है। इसके तहत प्रत्येक अंचल में आधुनिक विद्यालयों की स्थापना, डिजिटल क्लासरूम, पुस्तकालय और प्रयोगशालाओं का विस्तार किया जा रहा है।
आरंग और आसपास के छात्रों के लिए बड़ी सौगात
नया केंद्रीय विद्यालय रायपुर जिले के आरंग में (Kendriya Vidyalaya) खुल रहा है। यहां स्कूल बनने से आरंग के साथ-साथ आसपास के गांवों और कस्बों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उनके नजदीक उपलब्ध होगी। अब उन्हें पढ़ाई के लिए रायपुर या अन्य बड़े शहरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा। शिक्षा विभाग का मानना है कि इससे छात्राओं की पढ़ाई भी सुगम होगी, क्योंकि लंबी दूरी की यात्रा से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
भविष्य की योजनाएं भी तैयार
सरकार की योजना है कि अगले कुछ वर्षों में छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में भी नए केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalaya) स्थापित किए जाएं। इससे न केवल शिक्षा का स्तर सुधरेगा बल्कि बच्चों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने की राह भी आसान होगी।