सीजी भास्करख् 7 अक्टूबर। सीपत में शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगाकर एनटीपीसी के कर्मचारी से 50 हजार रुपये मांगे गए। पुलिसकर्मियों की धमकी से डरे सहमे कर्मचारी ने घर लौटकर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। गंभीर हालत में उन्हें अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस (Police Corruption) घटना की शिकायत कर्मचारी की पत्नी ने एसएसपी कार्यालय में दर्ज कराई है।
उज्जवल नगर एनटीपीसी कॉलोनी के निवासी धीरेंद्र मंजारे (35) एनटीपीसी के एचआर विभाग में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी रामेश्वरी ने बताया कि रविवार को धीरेंद्र शराब दुकान से शराब लेकर लौट रहे थे तभी सीपत थाने के जवानों ने पकड़ लिया। उनका वाहन थाने में खड़ा कर दिया गया। वहां 50 हजार रुपये की मांग की गई और रुपये न देने पर कार्रवाई की धमकी दी गई। धमकी से डरे धीरेंद्र घर लौटे और रास्ते में ही जहरीला पदार्थ खा लिया। बाद में उन्होंने पत्नी को इसकी जानकारी दी। स्वजन उन्हें पहले एनटीपीसी अस्पताल और फिर अपोलो अस्पताल ले गए। उनकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
व्यवसायी से भी वसूली का आरोप
नवाडीह चौक निवासी किराना व्यवसायी अविनाश सिंह ठाकुर ने भी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने कहा कि उनसे भी थाने में कार्रवाई के नाम पर 50 हजार की मांग की गई। उन्होंने बताया कि (Police Corruption) के तहत उन्हें थाने में ही एक निजी कंप्यूटर ऑपरेटर के खाते में 24 हजार रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। भुगतान करने के बाद उनकी गाड़ी छोड़ी गई, लेकिन कुछ देर बाद दोबारा जब्त कर ली गई और उनके साथी रवि कश्यप पर आबकारी एक्ट में केस दर्ज कर दिया गया।
एएसआई की संदिग्ध भूमिका
इस मामले में एएसआई सहेत्तर कुर्रे की भूमिका पर सवाल उठे हैं। बताया गया कि उसी के इशारे पर जवानों ने एनटीपीसी कर्मचारी और व्यवसायी की गाड़ियां जब्त कीं। पहले भी उस पर कोचियों से सांठगांठ और एक युवती से मारपीट कर वसूली करने जैसे आरोप लगे थे। पचपेड़ी थाने में उसकी पोस्टिंग के दौरान भी शिकायतें हुई थीं।