सीजी भास्कर, 08 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान (Mukhyamantri Shiksha Gunwatta Abhiyan) के तहत राज्यभर में शालाओं का सामाजिक अंकेक्षण शुरू किया गया है। इसी क्रम में रायगढ़ जिले के सभी 07 विकासखंडों की कुल 2271 शासकीय शालाएं इस प्रक्रिया में शामिल की गई हैं। इनमें 1428 प्राथमिक विद्यालय, 638 पूर्व माध्यमिक शालाएं, 80 हाई स्कूल और 125 हायर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं। सामाजिक अंकेक्षण का कार्य 8 अक्टूबर तक संपन्न किया जाएगा।
प्रत्येक विद्यालय के लिए गठित विशेष दल
अभियान को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए प्रत्येक स्कूल के लिए अलग-अलग अंकेक्षण दल गठित किए गए हैं।
इन दलों में नोडल अधिकारी के साथ अन्य शालाओं के शिक्षक, व्याख्याता, प्राचार्य, स्थानीय एसएमसी सदस्य, शिक्षाविद और जनप्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। अंकेक्षण दल विद्यालयों का निरीक्षण कर निर्धारित मानकों के आधार पर रिपोर्ट (Mukhyamantri Shiksha Gunwatta Abhiyan) तैयार करेंगे।
सामाजिक अंकेक्षण की प्रक्रिया की जानकारी संबंधित ग्राम सभाओं में दी गई है ताकि आम नागरिक भी इस पहल में भाग ले सकें। इससे शिक्षा व्यवस्था में जनसहभागिता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सकेगी।
20 बिंदुओं पर होगा मूल्यांकन
मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत सामाजिक अंकेक्षण 20 प्रमुख बिंदुओं पर आधारित है।
इनमें विद्यालय की शिक्षण गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपलब्धियां, शिक्षक उपस्थिति, आधारभूत सुविधाएं, पुस्तकालय, स्वच्छता, खेलकूद और तकनीकी संसाधनों की उपलब्धता जैसे मानक शामिल हैं।
अंकेक्षण पूरा होने के बाद सभी 20 बिंदुओं की जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। इसके आधार पर प्रत्येक स्कूल को कमजोर, औसत या अच्छा श्रेणी में ग्रेड किया जाएगा।
जो स्कूल “कमजोर” श्रेणी में पाए जाएंगे, उनके सुधार के लिए राज्य शासन द्वारा विशेष योजना तैयार की जाएगी।
गुणवत्ता और जवाबदेही की नई पहल
सामाजिक अंकेक्षण का यह अभियान शिक्षा में गुणवत्ता सुधार की दिशा में एक नई पहल मानी जा रही है।
इससे विद्यालयों की कार्यप्रणाली में न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी, बल्कि शिक्षकों और प्रबंधन की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी।
राज्य स्तर पर प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण से उन स्कूलों की पहचान की जाएगी, जिन्हें अतिरिक्त संसाधन या प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
इस अवसर पर कई विद्यालयों में बच्चों के लिए न्यौता भोज का भी आयोजन किया जा रहा है, ताकि यह अभियान केवल समीक्षा तक सीमित न रहे, बल्कि विद्यार्थियों में सकारात्मक (Mukhyamantri Shiksha Gunwatta Abhiyan) माहौल भी बना सके।
उद्देश्य और अपेक्षा
इस अभियान का उद्देश्य है कि प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और प्रत्येक शिक्षक अपने विद्यालय की प्रगति में सक्रिय भूमिका निभाए। रायगढ़ जिले में यह पहल प्रशासन, शिक्षकों और समाज के साझा सहयोग से एक प्रेरक मॉडल बन सकती है।