सीजी भास्कर,12 october पश्चिम बंगाल का दुर्गापुर शहर, जो अब तक अपनी शैक्षणिक पहचान के लिए जाना जाता था, आज एक भयावह वारदात के कारण सुर्खियों में है। एक मेडिकल छात्रा के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है।
(Durgapur Medical Student Gangrape Case) अब कानून और इंसाफ के बीच एक लंबी लड़ाई शुरू हो चुकी है।
वो काली रात, जब मदद की आवाज़ भी थम गई
10 अक्टूबर की रात करीब साढ़े नौ बजे की बात है।
दुर्गापुर के एक प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के सामने छात्रा अपने दोस्त के साथ डिनर के लिए निकली थी। रास्ते में तीन युवकों ने उनकी गाड़ी रोकी।
छात्रा के मुताबिक, उन युवकों ने पहले उसका मोबाइल छीना, फिर बाल पकड़कर सड़क किनारे के जंगल में घसीट लिया।
वो चीखती रही… पर आसपास सिर्फ खामोशी थी। उसका दोस्त किसी तरह भागकर पुलिस को सूचना देने पहुंचा।
लेकिन जब तक मदद पहुंचती, सब कुछ लुट चुका था।
पुलिस ने तीन को पकड़ा, दो अब भी फरार
पुलिस ने तुरंत (Durgapur Medical Student Gangrape Case) दर्ज कर कार्रवाई शुरू की।
तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो अभी भी फरार हैं।
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से कपड़ों के नमूने, टूटे मोबाइल के टुकड़े और पैरों के निशान एकत्र किए हैं।
इलाके के CCTV फुटेज से कुछ चेहरों की पहचान भी हो चुकी है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, “बाकी दो आरोपियों को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमों को भेजा गया है।”
छात्रा की हालत स्थिर, पर मन अभी टूटा है
घटना के बाद पीड़ित छात्रा को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डिप्टी मजिस्ट्रेट रंजना रॉय ने मुलाकात के बाद बताया कि छात्रा फिलहाल खतरे से बाहर है, पर मानसिक रूप से बेहद सदमे में है।
मां की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे। वो बस इतना कहती हैं, “मेरी बेटी पढ़ने आई थी, ये सब भुगतने नहीं।”
“जवाब चाहिए, मुआवजा नहीं” — परिवार का दर्द
छात्रा के पिता ने कहा, “हमें पैसे नहीं, इंसाफ चाहिए। जिसने ये किया, उसे सज़ा जरूर मिलनी चाहिए।”
पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
(Durgapur Medical Student Gangrape Case) को लेकर अब राज्यभर में आक्रोश फैल गया है।
राज्य में बढ़ा गुस्सा, सड़कों पर उतरे लोग
11 अक्टूबर को पश्चिम बर्धमान जिले में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया।
हजारों छात्रों ने हाथों में मोमबत्तियाँ लेकर मार्च निकाला और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार से सख्त कदम उठाने की मांग की।
सवाल उठ रहे हैं कि जब कॉलेज के बाहर ऐसी वारदात हो सकती है, तो कोई लड़की खुद को सुरक्षित कैसे महसूस करे?
NCRB के आंकड़े और बढ़ती चिंता
(Durgapur Medical Student Gangrape Case) ने एक बार फिर बंगाल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, 2023 में महिलाओं के खिलाफ 4 लाख 48 हजार से अधिक अपराध दर्ज हुए।
इनमें सबसे ज्यादा मामले बलात्कार, छेड़छाड़ और अपहरण के हैं।
बंगाल अब देश के उन चार राज्यों में शामिल है जहां महिलाओं पर अपराध की दर लगातार बढ़ रही है।
“अब डर नहीं, न्याय चाहिए”
दुर्गापुर की गलियों में अब सिर्फ डर नहीं, गुस्सा भी है।
लोग कहते हैं, “हमारी बेटियाँ पढ़ने जाएँ या डर में जीएँ?”
(Durgapur Medical Student Gangrape Case) केवल एक घटना नहीं, बल्कि उस समाज की तस्वीर है जहाँ सुरक्षा के दावे अक्सर सड़क पर टूट जाते हैं।