सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। जन सुराज पार्टी (जसुपा) के संस्थापक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor vs Tejashwi Yadav) ने शनिवार को राघोपुर से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की और तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जनता को अब बरगलाने और बकहाने की राजनीति से ऊपर उठना होगा।
तेजस्वी यादव राघोपुर से विधायक हैं और उन्होंने सत्ता में आने पर हर परिवार को नौकरी देने का वादा (Tejashwi Yadav Job Promise) किया था, जिसे प्रशांत किशोर ने छलावा करार दिया। उन्होंने कहा, “अगर मैं राघोपुर से चुनाव लड़ने उतर गया, तो तेजस्वी को वहां से भागना पड़ेगा। उनकी हालत राहुल गांधी जैसी हो जाएगी – दो जगह से लड़ेंगे और राघोपुर से हार जाएंगे।”
प्रशांत किशोर ने राघोपुर की दुर्दशा के लिए जनता को ही जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि राघोपुर विधायक नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री चुनता है। जब तक जनता खुद नहीं बदलेगी, तब तक हालात नहीं बदलेंगे। यह दौरा पीके की बिहार बदलाव यात्रा (Bihar Badlav Yatra) का हिस्सा रहा, जहां फतेहपुर में कार्यकर्ताओं ने उन्हें लड्डू से तौला।
उन्होंने कहा कि बाढ़, कटाव, शिक्षा और रोजगार जैसी समस्याओं का समाधान तभी संभव है जब जनता खुद जागरूक बने। उन्होंने तेजस्वी के हर घर नौकरी के दावे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिहार में अब तक मात्र 26 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है, जबकि 78 वर्षों में 18 वर्ष तक राजद सत्ता में रहा। उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन और मानदेय जैसी योजनाओं में बढ़ोतरी दरअसल जसुपा के दबाव में हुई है। “जब जनता नेताओं में हार का डर पैदा करेगी, तभी असली विकास होगा।”
पटना में प्रशांत किशोर ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी राजनीति जनता की राय पर आधारित है और पार्टी के हर निर्णय में जन-सहमति अनिवार्य होगी। रविवार को जसुपा की केंद्रीय समिति की बैठक में राघोपुर सहित अन्य सीटों पर उम्मीदवारों का निर्णय लिया जाएगा। यह बयान तेजस्वी यादव के लिए सीधी राजनीतिक चुनौती माना जा रहा है, क्योंकि राघोपुर को लालू परिवार का गढ़ कहा जाता है।