सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। बंजारी गांव में शनिवार रात एक रोमांचक नज़ारा देखने को मिला, जब करीब 8 फीट लंबा और 80 किलो वजनी मगरमच्छ (Crocodile Rescue in Kota) अचानक एक घर के अंदर घुस आया। उस वक्त परिवार कमरे में बैठा हंसी-मजाक कर रहा था। जैसे ही मगरमच्छ घर में दाखिल हुआ, पूरा परिवार जान बचाकर बाहर भागा। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे गांव में दहशत और अफरातफरी (Crocodile Enters House) का माहौल बन गया।
दरवाजे से घुसा था मगरमच्छ
राजस्थान के कोटा जिले (Crocodile Rescue in Kota) के लटूरलाल नामक ग्रामीण ने बताया कि “हम रात करीब 10 बजे घर में बैठे थे, तभी अचानक दरवाजे से मगरमच्छ अंदर घुस आया। हम कुछ समझ पाते उससे पहले वह पीछे के कमरे में चला गया।” ग्रामीणों ने बताया कि गांव के सामने एक तालाब है जिसमें कई मगरमच्छ रहते हैं। पिछले एक साल से ग्रामीण तालाब में नहाने या पानी भरने से भी डरते हैं क्योंकि मगरमच्छ अक्सर किनारे तक आ जाते हैं।
रेस्क्यू टीम ने किया फिल्मी अंदाज़ में ऑपरेशन
घटना की जानकारी मिलते ही वन्यजीव प्रेमी हयात खान टाइगर (Wildlife Rescuer Hayat Khan) अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मगरमच्छ के मुंह पर टेप लगाई और पैरों को रस्सियों से बांधकर सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू किया। यह पूरा ऑपरेशन लगभग एक घंटे तक चला। रात 11 बजे तक मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया गया।
कंधे पर उठाकर ले गया रेस्क्यूअर, चंबल नदी में छोड़ा
रेस्क्यू के बाद हयात खान ने मगरमच्छ को कंधे पर उठाकर (Heroic Rescue Operation) बाहर निकाला। उन्होंने शनिवार सुबह उसे गेता क्षेत्र की चंबल नदी में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया। हयात खान ने बताया कि “यह मगरमच्छ करीब 8 फीट लंबा और 80 किलो वजनी था, और पिछले एक साल में बंजारी गांव से यह तीसरा रेस्क्यू है।”
ग्रामीणों में भय का माहौल
ग्रामीणों का कहना है कि तालाब में कई मगरमच्छ होने से अब लोग पानी का उपयोग करने से कतराते हैं। वे प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रशासन ने भी भविष्य में निगरानी और सुरक्षा उपायों को सख्त करने का आश्वासन दिया है।