सीजी भास्कर, 15 अक्टूबर। राज्य में हुए लगभग 3,200 करोड़ रुपये के चर्चित शराब घोटाले (Liquor Scam Case) में नया मोड़ आया है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) आज चैतन्य बघेल के खिलाफ विशेष अदालत में चालान पेश करेगी। यह वही मामला है जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारियों और कारोबारी नेटवर्क की संलिप्तता की जांच जारी है।
चैतन्य बघेल इस समय रायपुर सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में बंद है। EOW अधिकारियों ने बताया कि आज उसे जेल से अदालत में पेश किया जा सकता है। इस घोटाले (Liquor Scam Case) में बघेल की भूमिका वित्तीय लेनदेन, अवैध किकबैक और शराब वितरण प्रणाली में कथित हेराफेरी से जुड़ी हुई है। जांच एजेंसी ने अब तक करोड़ों रुपये की संदिग्ध संपत्तियों का खुलासा किया है।
मामले की सुनवाई रायपुर स्थित ACB/EOW की विशेष अदालत में की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, EOW ने चैतन्य बघेल से पूछताछ के दौरान कई नए सबूत जुटाए हैं, जिनमें बैंक ट्रांजैक्शन, कॉल रिकॉर्ड और निवेश से जुड़ी जानकारियां शामिल हैं। जांच दल का दावा है कि ये सबूत इस शराब घोटाले (Liquor Scam Case) में बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हैं।
3,200 करोड़ रुपये का खुलासा, कई अधिकारी रडार पर
EOW और ACB की संयुक्त टीम ने अब तक की जांच में यह पाया है कि राज्य की शराब आपूर्ति और वितरण प्रणाली में योजनाबद्ध ढंग से गड़बड़ी की गई थी। जांच रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि यह आर्थिक अनियमितता (Liquor Scam Case) करीब 3,200 करोड़ रुपये की है। एजेंसी ने इस घोटाले में शामिल कई वरिष्ठ अधिकारियों, ठेकेदारों और शराब आपूर्तिकर्ताओं को रडार पर रखा है।
सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसी के पास अब कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य मौजूद हैं, जिनसे यह साबित होता है कि कुछ अधिकारी और कारोबारी शराब वितरण नीति के जरिए अवैध कमाई कर रहे थे। इस भ्रष्टाचार प्रकरण (Liquor Scam Case) में शामिल लोगों की संपत्तियों की जांच आयकर और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से भी कराई जा रही है।