सीजी भास्कर, 17 अक्टूबर। लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ रुपया गुरुवार को डालर के मुकाबले 21 पैसे चढ़कर 87.87 पर बंद हुआ। प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने और निवेशकों में जोखिम की भावना के फिर से उभरने से यह (Indian Rupee vs Dollar) तेजी आई। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप और घरेलू शेयर बाजारों में मजबूत रुख ने निवेशकों की धारणा को और अधिक मजबूती दी है।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डालर के मुकाबले 88 के स्तर से नीचे 87.76 पर खुला और कारोबार के दौरान 87.68 प्रति डालर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। घरेलू मुद्रा अंततः डालर के मुकाबले 87.87 पर बंद हुई, जो पिछले बंद भाव से 21 पैसे की वृद्धि है। बुधवार को रुपया 73 पैसे की तेज़ी के साथ 88.08 प्रति डालर पर बंद हुआ था, जो लगभग चार महीनों में इसके दिनभर के कारोबार की सबसे बड़ी तेजी थी।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डालर की मजबूती को दर्शाने वाला डालर इंडेक्स 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.58 पर कारोबार कर रहा था। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार ने कहा, “प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डालर में नरमी और जोखिम-आधारित निवेश की भावना में सुधार से रुपये में (Indian Rupee vs Dollar) लगातार दूसरे दिन मजबूती दर्ज की गई है। विदेशी पूंजी प्रवाह के साथ केंद्रीय बैंकों के रणनीतिक हस्तक्षेप ने मुद्रा की हालिया बढ़त को महत्वपूर्ण गति प्रदान की है।”
उन्होंने कहा कि यदि वैश्विक आर्थिक संकेतक स्थिर बने रहते हैं और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव सीमित रहता है, तो रुपया आने वाले सत्रों में (Indian Rupee vs Dollar) और भी स्थिर प्रदर्शन कर सकता है।