सीजी भास्कर, 20 अक्टूबर। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस पार्टी (Congress Candidates List) ने शनिवार देर शाम अपनी नई सूची जारी की, जिसमें छह और नाम जोड़े गए हैं। इस सूची के साथ पार्टी अब तक कुल 60 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।
नई लिस्ट के मुताबिक वाल्मीकि नगर से सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा, अररिया से अबीदुर रहमान, अमौर से जलील मस्तान, बरारी से तौकीर आलम, कहलगांव से प्रवीण सिंह कुशवाहा और सिकंदरा से विनोद चौधरी को टिकट दिया गया है।
कांग्रेस ने कहलगांव सीट पर प्रवीण कुशवाहा पर दांव लगाया है, जो गठबंधन की सबसे चर्चित सीटों में से एक रही है। वहीं सिकंदरा से विनोद चौधरी को प्रत्याशी बनाए जाने के फैसले पर स्थानीय स्तर पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं।
(Congress Candidates List) चार सूचियों में 60 उम्मीदवार
कांग्रेस ने 17 अक्टूबर को पहली सूची जारी की थी, जिसमें 48 नाम शामिल थे। इसके बाद दूसरी सूची में 1, तीसरी में 5 और अब चौथी सूची में 6 नामों की घोषणा की गई है। इस तरह पार्टी ने अब तक 60 सीटों पर उम्मीदवार तय कर दिए हैं।
हालांकि, सीट बंटवारे को लेकर INDIA गठबंधन के भीतर असंतोष गहराता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस और राजद दोनों दलों के असंतुष्ट नेताओं ने टिकट वितरण प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं और आरोप लगाया है कि टिकट “पारदर्शी मानकों” के अनुसार नहीं दिए गए।
INDIA ब्लॉक में बढ़ा असंतोष, नामांकन से पहले संकट
नामांकन की अंतिम तारीख से पहले INDIA गठबंधन की अंदरूनी कलह खुलकर सामने आने लगी है। मुख्यमंत्री पद के चेहरे और छह सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे का अंतिम फॉर्मूला अब तक तय नहीं हो सका है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव अपने आवास से टिकट बांटते नजर आए, जिससे पार्टी की मीडिया सेल की अध्यक्ष रितु जायसवाल नाराज हो गईं। उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा कि वे परिहार सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करेंगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2020 के चुनाव में उनकी हार के पीछे स्मिता पूर्वे और उनके ससुर रामचंद्र पूर्वे (पूर्व प्रदेश अध्यक्ष) की भूमिका थी।
टिकट बंटवारे में बगावत, नेताओं ने फोड़ा गुस्सा
पटना के 10, सर्कुलर रोड स्थित लालू यादव के आवास पर टिकट (Congress Candidates List) मांगने वालों की भारी भीड़ उमड़ी रही। कई नेताओं को टिकट न मिलने पर नाराजगी जाहिर करते देखा गया। मधुबन सीट से पिछली बार मामूली अंतर से हारने वाले मदन प्रसाद साह ने टिकट कटने की खबर सुनकर गुस्से में अपने कपड़े फाड़ दिए और सड़क पर लेटकर विरोध जताया।

उन्होंने कहा कि “मैंने 1990 के दशक से लालू यादव के साथ काम किया है। 2020 में चुनाव लड़ने के लिए अपनी जमीन तक बेच दी, लेकिन इस बार टिकट एक बाहरी उम्मीदवार को दे दिया गया।” साह ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए कहा कि “अब वे घमंड में हैं और पार्टी में कार्यकर्ताओं की आवाज नहीं सुनी जा रही।”