सीजी भास्कर, 21 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक दर्दनाक हादसे में एक हाथी (Elephant Death Raigarh) की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। खेत में जंगली सुअरों को मारने के लिए लगाया गया करंट वाला तार ही उसकी मौत की वजह बना। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। यह हादसा तमनार वन क्षेत्र के केराखोल गांव का है।
करंट से हाथी की मौत, जांच में जुटा वन विभाग
सोमवार दोपहर ग्रामीणों ने खेत के पास एक वयस्क नर हाथी का शव देखा। इसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही तमनार रेंजर और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ कि खेत में जंगली सुअरों से फसल बचाने के लिए करंट युक्त तार लगाया गया था, जो इस हाथी (Elephant Death Raigarh) के संपर्क में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वन विभाग ने शव का पंचनामा किया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दल से बिछड़कर आया हाथी, हादसे का शिकार बना
तमनार रेंज के केराखोल इलाके में आमतौर पर हाथियों की आवाजाही नहीं होती। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि यह हाथी अपने झुंड से बिछड़कर भटकते हुए यहां पहुंचा और रात के समय खेत में लगे करंट वाले तार की चपेट में आ गया।
करंट लगाने वालों की तलाश जारी
तमनार रेंजर विक्रांत विजेंद्र ने बताया कि घटना की सूचना दोपहर में मिली थी। जांच में यह पुष्टि हुई कि हाथी की मौत खेत में लगाए गए करंट तार से हुई है। मामले में करंट लगाने वाले ग्रामीणों या शिकारियों की पहचान की जा रही है। पुलिस भी जांच में सहयोग कर रही है।
शिकारियों के करंट से हाथी की मौत की आशंका
रायगढ़ वनमंडल के डीएफओ अरविंद पीएम ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हाथी की मौत शिकारियों द्वारा लगाए गए करंट के कारण हुई। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग की टीम पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा। यह घटना न सिर्फ मानव-हाथी संघर्ष को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि ग्रामीण इलाकों में फसलों की सुरक्षा के नाम पर वन्यजीवों की जान पर बन आती है।