President Droupadi Murmu Helicopter Incident : केरल के पत्तनमतिट्टा ज़िले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का हेलिकॉप्टर शनिवार दोपहर लैंडिंग के दौरान एक हादसे का शिकार होते-होते बच गया। बताया जा रहा है कि प्रमदम स्टेडियम में बने अस्थायी हेलिपैड का एक हिस्सा चॉपर के ज़मीन पर छूते ही नीचे धंस गया। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत स्थिति संभाली और हेलिकॉप्टर को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
सुरक्षा कर्मियों की फुर्ती से टला बड़ा हादसा
हेलिपैड के धंसने के बाद वहां मौजूद पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के जवान तुरंत हरकत में आ गए। कुछ सेकंड के भीतर चॉपर को अस्थिर ज़मीन से हटाकर सुरक्षित हिस्से में ले जाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, (Droupadi Murmu Helicopter Landing ) उस वक्त हेलिकॉप्टर के आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया था, लेकिन पायलट की सूझबूझ और टीम की फुर्ती से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
खराब मौसम बना वजह, बदला गया हेलीपैड स्थान
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, जिस हेलिपैड पर यह घटना हुई, वह आख़िरी समय में चुना गया था। पहले राष्ट्रपति का हेलिकॉप्टर निलक्कल के पास ( Kerala Helicopter Landing Issue ) उतरने वाला था, लेकिन वहां खराब मौसम के कारण आख़िरी मिनट में योजना बदली गई। रातोंरात स्टेडियम में नया हेलिपैड तैयार किया गया था, जो पूरी तरह से स्थिर नहीं था।
वीडियो में दिखा पल-पल का दृश्य
सोशल मीडिया पर इस हादसे का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि चॉपर जैसे ही ज़मीन पर टच हुआ, उसके नीचे की मिट्टी कुछ इंच धंस गई। वीडियो में जवानों को हेलिकॉप्टर को पीछे की ओर धक्का लगाते हुए देखा जा सकता है। सौभाग्य से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उनके साथ मौजूद सभी अधिकारी पूरी तरह सुरक्षित हैं।
राष्ट्रपति का व्यस्त दौरा, अगला पड़ाव सबरीमला
राष्ट्रपति मुर्मू इन दिनों केरल के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। वह रविवार को सबरीमला मंदिर में दर्शन करने वाली हैं। इसके बाद तिरुवनंतपुरम में पूर्व राष्ट्रपति के.आर. नारायणन की प्रतिमा का अनावरण करेंगी और वर्कला स्थित शिवगिरी मठ में श्री नारायण गुरु की महासमाधि शताब्दी समारोह में भी शामिल होंगी।
लापरवाही पर उठे सवाल, जांच की मांग
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्षी दलों और नागरिक संगठनों ने भी मांग की है कि हेलिपैड निर्माण में लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई हो। प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं और प्रारंभिक रिपोर्ट में पाया गया है कि मिट्टी की सतह पूरी तरह से सख्त नहीं की गई थी।
