सीजी भास्कर, 23 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी आइपीएस रतनलाल डांगी (IPS Ratanlal Dangi) पर एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने यौन उत्पीड़न और मानसिक शोषण का गंभीर आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि डांगी बीते सात वर्षों से उसका शारीरिक और मानसिक शोषण कर रहे हैं। विभाग को शिकायत मिलने के बाद अब इस पूरे मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
सात साल से उत्पीड़न, शिकायत पर दबाव
बिलासपुर में पदस्थ एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने अपने पत्र में कहा कि आईजी रैंक (IG Rank Officer) पर कार्यरत रतनलाल डांगी ने सरगुजा में पदस्थापना के दौरान उससे अनुचित संबंध बनाए। महिला ने बताया कि जब उसने दूरी बनाने की कोशिश की, तो अधिकारी ने उसे धमकियों और दबाव के ज़रिए मजबूर किया।
पीड़िता का कहना है कि बिलासपुर स्थानांतरण के बाद यह उत्पीड़न और बढ़ गया। जब भी डांगी की पत्नी शहर से बाहर रहती थीं, वह उसे बंगले पर बुलाते थे। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि चंदखुरी पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में पदस्थापना के बाद भी अधिकारी उसे वीडियो कॉल (Video Call Harassment) के ज़रिए परेशान करते रहे।
शिकायत पत्र में महिला ने लिखा “डांगी सुबह पांच बजे से रात दस बजे तक कई बार वीडियो कॉल पर नज़र रखने को कहते थे। अगर मैंने इंकार किया तो धमकी देते थे कि तुम्हारे पति का तबादला नक्सल क्षेत्र में कर दूँगा।”
महिला ने कहा कि वह इतने साल इसलिए चुप रही क्योंकि उसके पति की नौकरी खतरे में पड़ सकती थी।
‘महिला ब्लैकमेल कर रही है’
वहीं, आइपीएस रतनलाल डांगी (IPS Officer Controversy) ने डीजीपी अरुणदेव गौतम को पत्र लिखकर इन आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया है। उनका कहना है कि महिला उन्हें और उनके परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। डांगी ने लिखा, महिला जहर की शीशी लेकर मेरे कार्यालय आई और शर्त रखी कि मैं पत्नी से बात न करूं, तस्वीर न खिंचवाऊं और हर रात बालकनी में सोऊं। उसने कहा कि आठ घंटे तक लोकेशन और वीडियो चालू रखो ताकि उसे भरोसा रहे कि मैं अकेला हूं।
अधिकारी ने आगे लिखा “वह नहाते और वाशरूम जाते समय भी वीडियो कॉल चालू रखने को कहती थी। विरोध करने पर उसने ब्लेड से खुद का हाथ काटा और आत्महत्या का नाटक किया। अब वह झूठे रिकार्ड में फंसाने की धमकी दे रही है। डांगी ने दावा किया कि महिला ने उनके निजी पलों की तस्वीरें लेकर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू किया और कई मौकों पर आत्महत्या की धमकी देकर डराने की कोशिश की।
पुलिस मुख्यालय ने मांगी रिपोर्ट, जांच शुरू
डीजीपी (DGP Arun Dev Gautam) कार्यालय ने इस मामले की जानकारी ले ली है और प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामला संवेदनशील है और दोनों पक्षों के बयान एवं साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने फिलहाल संबंधित दस्तावेजों और संचार रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है।
