बिलासपुर (Bilaspur Boxing Ring Controversy) के बॉक्सिंग रिंग में हुई शराब और चिकन पार्टी के मामले में अब सख्त एक्शन लिया गया है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) प्रशासन ने हाईकोर्ट की फटकार के बाद 12 कर्मचारियों पर विभागीय जांच शुरू कर दी है। इनमें से 7 कर्मचारियों को तत्काल खेल गतिविधियों से हटा दिया गया है।
रेलवे के महाप्रबंधक ने हलफनामे में अदालत को बताया कि Departmental Inquiry नियम 68 के तहत जारी की गई है, और जांच 100 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी।
वायरल तस्वीरों से खुला मामला, प्रशिक्षण स्थल पर हुई थी शराब पार्टी
मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर 25 जून को हुई पार्टी की तस्वीरें वायरल हो गईं। यह पार्टी स्पोर्ट्स सेल इंचार्ज श्रीकांत पहाड़ी और कोच देवेंद्र यादव ने रेलवे बॉक्सिंग क्लब में आयोजित की थी।
बताया गया कि ट्रेनिंग एरिया में मछली फ्राई, चिकन और Alcoholic Beverages परोसी गई थीं। खिलाड़ियों के अभ्यास स्थल पर हुई इस हरकत से खेल जगत में नाराजगी फैल गई।
हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी — ‘कोर्ट संज्ञान न लेता तो मामला दब जाता’
इस विवाद पर स्वतः संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने सख्त रुख दिखाया। अदालत ने कहा, “यह मामला खिलाड़ियों की गरिमा से जुड़ा है। अगर कोर्ट दखल नहीं देता, तो यह प्रकरण दबा दिया जाता।”
मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा और जस्टिस बी.डी. गुरु की बेंच ने रेलवे प्रशासन से सवाल किया कि जून की घटना के बावजूद GM को इसकी जानकारी क्यों नहीं दी गई? अदालत ने कहा कि “ऐसा लगता है मानो अफसरों ने मामले को जानबूझकर दबाने की कोशिश की।”
रेलवे ने दी सफाई, दोषियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
रेलवे की ओर से डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ने अदालत को बताया कि संबंधित 12 कर्मचारियों के खिलाफ जांच प्रस्तावित है। इनमें श्रीकांत पहाड़ी, देवेंद्र यादव, सुमित कुमार, पी. ईश्वर राव, पी. तुलसी राव, वाई. नागू राव और पूर्णेन्द्र साहू के नाम शामिल हैं।
अधिकारी ने कहा कि सभी दोषियों पर उचित अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और खेल संस्थान की Sports Ethics को बहाल रखा जाएगा।
खेल भावना का अपमान, कोर्ट ने कहा — ‘खिलाड़ियों की मेहनत का मजाक’
हाईकोर्ट ने टिप्पणी की कि “खेल प्रशिक्षण स्थल पर शराब पार्टी जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं। यह खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण का अपमान है।”
रेलवे प्रशासन ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी और निगरानी व्यवस्था को सख्त किया जाएगा।
फिलहाल जांच जारी, रेलवे ने कहा – जिम्मेदारी तय होगी
प्रशासन ने साफ किया है कि जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। इस बीच, सभी हटाए गए कर्मचारियों को अस्थायी रूप से खेल विभाग से हटाकर अन्य प्रशासनिक कार्यों में लगाया गया है।
रेलवे ने कहा कि यह मामला केवल एक विभागीय चूक नहीं, बल्कि एक Disciplinary Misconduct है और इसे गंभीरता से निपटाया जा रहा है।
