छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में शनिवार देर रात (Fire in Manendragarh Plastic Factory) से हड़कंप मच गया। चैनपुर क्षेत्र स्थित एक प्लास्टिक निर्माण इकाई में अचानक आग भड़क उठी। कुछ ही मिनटों में आग ने फैक्ट्री के अंदर रखे plastic goods और एक वाहन को अपनी लपटों में ले लिया। आसपास के इलाके में धुआं फैलते ही लोग दहशत में अपने घरों से बाहर निकल आए।
तीन दमकलों ने पाया काबू, घंटों चली मशक्कत
सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकल कर्मियों ने लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत यह रही कि घटना के समय फैक्ट्री में कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था, जिससे किसी की जान नहीं गई। लेकिन फैक्ट्री में रखा (Plastic Material) और एक वाहन पूरी तरह जलकर राख हो गया।
पटाखे की चिंगारी बनी आशंका की वजह, जांच शुरू
स्थानीय लोगों के अनुसार पास ही पटाखे फोड़े जा रहे थे, और उसी दौरान आग लगी। कई लोगों का मानना है कि (Fire Spark from Crackers) फैक्ट्री के भीतर रखी प्लास्टिक सामग्री पर गिरने से आग फैल गई। फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री मालिक से पूछताछ शुरू कर दी है और आग लगने के सही कारणों की जांच की जा रही है।
इलाके में फैला धुआं, बिजली सप्लाई हुई बंद
आग लगने के बाद पूरा इलाका धुएं से भर गया। प्रशासन ने एहतियातन आसपास के मकानों की बिजली आपूर्ति कुछ समय के लिए बंद कर दी थी। लोग पूरी रात असहज माहौल में जागते रहे। आसपास के मकानों में रहने वाले परिवार अपनी सुरक्षा के लिए घरों से बाहर आ गए।
फैक्ट्री को लाखों का नुकसान, मशीनें और माल खाक
प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, फैक्ट्री को 10 से 12 लाख रुपये का नुकसान हुआ है। आग में तैयार plastic products, कच्चा माल और कई मशीनें जलकर नष्ट हो गईं। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और रिपोर्ट तैयार कर ली गई है।
प्रशासन ने लोगों से बरती सावधानी की अपील
नगर प्रशासन ने घटना के बाद क्षेत्रवासियों से अपील की है कि वे पटाखों का उपयोग खुले स्थानों पर करें और ज्वलनशील पदार्थों से दूरी बनाए रखें। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अगर दमकल समय पर नहीं पहुंचती, तो पास के गोदाम और मकान भी चपेट में आ सकते थे।
