सीजी भास्कर, 04 नवंबर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मंगलवार शाम एक दर्दनाक रेल हादसा (Bilaspur Train Accident) हुआ। गेवरारोड से आ रही मेमू लोकल ट्रेन ने लालखदान के पास खड़ी मालगाड़ी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि मेमू ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के गार्ड केबिन पर चढ़ गया। हादसे में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 25 से अधिक यात्री घायल हैं। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे जीएम, डीआरएम, कमिश्नर, एसपी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायलों को सिम्स, जिला अस्पताल और रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रेलवे ने युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मौके पर रिलीफ ट्रेन भेजी गई और एनडीआरएफ की टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया।
ओवरस्पीड बनी हादसे की वजह
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रेन की रफ्तार तय सीमा से ज्यादा थी। रेलवे में हाल ही में ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम लागू किया गया है, जिसके तहत दिन में 15 किमी/घं. और रात में 10 किमी/घं. की गति से ट्रेनों को चलाने का नियम है। बताया जा रहा है कि मेमू ट्रेन चालक इस गति सीमा का पालन नहीं कर पाया और सामने खड़ी मालगाड़ी को देख अचानक ट्रेन रोक नहीं सका, जिससे यह हादसा हुआ।
लाइन संचालन बाधित, आंशिक बहाली शुरू
टक्कर अप लाइन में हुई, जिसके बाद रेलवे ने सुरक्षा के तहत अप, मिडिल और चौथी लाइन (Bilaspur Train Accident) को बंद कर दिया। लगभग तीन घंटे के बाद डाउन लाइन को खोला गया ताकि फंसी हुई ट्रेनों को नियंत्रित रूप से रवाना किया जा सके। सबसे पहले गोंडवाना एक्सप्रेस को रवाना किया गया।
अंधेरा और लाइट की कमी से बाधित हुआ रेस्क्यू
हादसा शाम 4 बजे हुआ, लेकिन राहत कार्य देर शाम शुरू हो सका। रेलवे की लापरवाही से मौके पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था नहीं थी, जिसके चलते बचाव कार्य धीमा पड़ा। बाद में मोबाइल लाइट्स और जनरेटर के सहारे रेस्क्यू दोबारा शुरू किया गया।
रेलवे ने की मुआवजे की घोषणा
रेल मंत्रालय ने हादसे में जान गंवाने वालों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है
मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख
गंभीर रूप से घायलों को ₹5 लाख
सामान्य घायलों को ₹1 लाख
रेलवे ने कहा है कि घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी विभाग (Bilaspur Train Accident) उठाएगा।
रेलवे हेल्पलाइन नंबर जारी
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने यात्रियों और परिजनों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं —
बिलासपुर: 7777857335, 7869953330
चांपा: 8085956528
रायगढ़: 9752485600
पेंड्रा रोड: 8294730162
कोरबा: 7869953330
प्रशासन ने दी जानकारी
कमिश्नर और एसपी ने बताया कि बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। राहत टीमों ने ट्रेन के डिब्बों से कई घायलों को सुरक्षित निकाला है। रेल हादसे की संभावित वजह और जिम्मेदारी तय करने के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति गठित की जा रही है।
