सीजी भास्कर, 7 नवंबर | Chhattisgarh Weather Alert : छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट ले ली है। उत्तर दिशा से चल रही ठंडी हवाओं (Cold Winds) के कारण तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले चार दिन यानी 7 नवंबर से 11 नवंबर तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में ठंड का असर महसूस किया जाएगा।
खासकर दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में तापमान में गिरावट का असर सबसे पहले देखने को मिल सकता है।
दिन में हल्की धूप, रातें होंगी ठंडी – ये रहेगा छत्तीसगढ़ का मौसम पैटर्न
पिछले 24 घंटों में रायपुर का अधिकतम तापमान 31.1°C जबकि अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 13.0°C रिकॉर्ड किया गया।
Northern and Central Chhattisgarh (छत्तीसगढ़ का उत्तरी और मध्य भाग) पूरी तरह शुष्क रहेगा।
सुबह-शाम ठंडक बढ़ेगी और दिन के समय हल्की धूप मिलेगी। वहीं, Southern Chhattisgarh (दक्षिणी छत्तीसगढ़) में रातें धीरे-धीरे ठंडी होती जाएंगी।
Chhattisgarh Weather Alert: : Rabi Crops के लिए फायदेमंद मौसम, लेकिन लोगों को रहना होगा सतर्क
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, यह मौसम रबी फसलों (Rabi Crops) के लिए अनुकूल है।
सुबह हल्की धुंध और कोहरा छाए रहने की संभावना है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे सिंचाई पर ध्यान दें और फसलों को ठंडी हवाओं से बचाएं।
शहरों में भी सुबह-शाम Warm Clothes (गर्म कपड़े) पहनने की सलाह दी गई है।
डॉक्टर बोले – मलेरिया और वायरल का खतरा ज्यादा, बरतें सावधानी
Dr. Vikas Agrawal (एमडी, मेडिसिन) ने बताया कि इस समय तापमान में उतार-चढ़ाव से बीमारियां बढ़ने की आशंका है।
खासकर Malaria (मलेरिया) और वायरल संक्रमण का खतरा अधिक है क्योंकि मच्छर ऐसे मौसम में तेजी से पनपते हैं।
उन्होंने कहा कि शाम के बाद घर और आसपास मच्छरदानी, कॉइल या लिक्विड वाष्पाइज़र का इस्तेमाल करें।
रात में Insecticide Treated Net (ITN) या Long Lasting Insecticidal Net (LLIN) का उपयोग करें और पानी कहीं भी जमा न होने दें।
Chhattisgarh Weather Alert : 7 से 11 नवंबर तक बढ़ेगा संक्रमण का खतरा
मौसम विभाग की हेल्थ एडवाइजरी में बताया गया है कि 7 नवंबर से 11 नवंबर के बीच Malaria Risk Zone (मलेरिया का संभावित क्षेत्र) सक्रिय रहेगा।
इस अवधि में दिन का तापमान 33°C से 39°C और रात का तापमान 14°C से 19°C रहेगा,
जो मलेरिया के मच्छरों के लिए बिल्कुल अनुकूल वातावरण है।
छत्तीसगढ़ में खासकर ग्रामीण और जंगल क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई गई है।
Plasmodium Vivax का खतरा ज्यादा, ये लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल Plasmodium Vivax यानी सामान्य लेकिन बार-बार लौटने वाला मलेरिया प्रमुख रूप से फैल सकता है।
लोगों को सलाह दी गई है कि अगर Fever (बुखार), Headache (सिरदर्द), Body Pain (शरीर दर्द) या ठंड लगने जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत ब्लड टेस्ट कराएं।
समय पर इलाज से बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।
Chhattisgarh Weather Alert: इन राज्यों में भी बढ़ेगा खतरा – छत्तीसगढ़ सहित 12 प्रदेश अलर्ट पर
Gujarat, Bihar, Jharkhand, Odisha, Maharashtra, Telangana, Karnataka, Uttar Pradesh, West Bengal, Assam, Meghalaya, Mizoram
इन राज्यों में भी मौसम विभाग ने ठंड और मलेरिया दोनों के लिए अलर्ट जारी किया है।
छत्तीसगढ़ के कई जिले, खासकर बस्तर और कोरबा क्षेत्र, उच्च जोखिम श्रेणी में शामिल हैं।
अक्टूबर में 59% ज्यादा बारिश – मौसम बदलाव की बड़ी वजह
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इस साल अक्टूबर में सामान्य से 59% ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
1 से 26 अक्टूबर के बीच 89.4 मिमी वर्षा हुई, जबकि सामान्य औसत इससे काफी कम होता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यही वजह है कि ठंड की शुरुआत देरी से हो रही है लेकिन अचानक तेज़ी से बढ़ सकती है।
