सीजी भास्कर, 8 नवंबर | छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Medical Recruitment) सरकार ने प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य ढांचे को और सुदृढ़ करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। राज्य में मेडिकल, नर्सिंग और फिजियोथैरेपी कॉलेजों के लिए 1009 नए पदों की स्वीकृति दी गई है। इन पदों पर भर्ती से युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों को मजबूत आधार मिलेगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का बयान: “अब हर जिले तक पहुंचेगी गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा”
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा (Medical Education Expansion) और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए यह निर्णय ऐतिहासिक है। उन्होंने बताया कि राज्य गठन के समय केवल एक मेडिकल कॉलेज था, लेकिन अब छत्तीसगढ़ के लगभग हर हिस्से में मेडिकल, नर्सिंग और फिजियोथैरेपी संस्थान संचालित हो रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि इन नए पदों से युवाओं को स्थायी रोजगार तो मिलेगा ही, साथ ही प्रत्येक जिले में आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी।
नए कॉलेजों और अस्पतालों में पदों की स्वीकृति
स्वीकृत पदों का वितरण राज्यभर के विभिन्न कॉलेजों और अस्पतालों में किया गया है।
- मेडिकल कॉलेज रायगढ़ – 39 पद
- डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल रायपुर – 1 पद
- मेडिकल कॉलेज बिलासपुर – 20 पद
- गवर्नमेंट फिजियोथैरेपी कॉलेज (जगदलपुर, जशपुर, मनेंद्रगढ़) – 108 पद (प्रत्येक में 36)
- नए फिजियोथैरेपी कॉलेज (मनेंद्रगढ़, जशपुर, रायगढ़, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर) – 216 पद
- नए मेडिकल कॉलेज (दंतेवाड़ा, मनेंद्रगढ़, कुनकुरी-जशपुर) – 180 पद (प्रत्येक में 60)
- नए मेडिकल कॉलेज (जांजगीर-चांपा, कबीरधाम) – 120 पद (प्रत्येक में 60)
- सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बिलासपुर – 55 पद
- मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर (रेडियोथेरपी विभाग) – 7 पद
- नर्सिंग कॉलेज (दंतेवाड़ा, बैकुंठपुर, बीजापुर, बलरामपुर, जशपुर) – 210 पद
- नए नर्सिंग कॉलेज (नवा रायपुर, पुसौर-रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कुरूद-धमतरी) – 168 पद
स्वास्थ्य मंत्री ने जताया आभार और उम्मीद
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने मुख्यमंत्री के इस निर्णय के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह कदम Medical Infrastructure Development की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल चिकित्सा शिक्षा को बल मिलेगा, बल्कि विशेषज्ञ डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या भी बढ़ेगी, जिससे आम जनता को बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
प्रदेश के युवा जो मेडिकल या नर्सिंग क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, उनके लिए यह एक बड़ा मौका है। राज्य सरकार की यह पहल रोजगार सृजन (Employment Generation) के साथ-साथ चिकित्सा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम है। इससे आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य क्षेत्र में अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण बन सकता है।
