सीजी भास्कर, 09 नवंबर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने घोषणा की है कि जिले के आत्मानंद स्कूलों (Raipur Education Drive) में 80 से अधिक शिक्षकों की संविदा भर्ती की जाएगी। यह निर्णय हाल ही में आयोजित तिमाही परीक्षा के कमज़ोर नतीजों के बाद लिया गया है, जिनमें कई स्कूलों का प्रदर्शन अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंच पाया था।
शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे मुख्य विषयों में लंबे समय से शिक्षकों के पद खाली हैं, जिसके चलते विद्यार्थियों की नींव कमजोर हो रही थी। अब विभाग ने इन विषयों पर विशेष फोकस करते हुए नियुक्तियों की प्रक्रिया नवंबर के अंत तक पूरी करने का लक्ष्य तय किया है।
खाली पदों से प्रभावित हुई पढ़ाई
वर्तमान में रायपुर जिले के तहत 36 आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय संचालित हैं, जिनमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन स्कूलों का उद्देश्य सरकारी शिक्षा (Raipur Education Drive) प्रणाली में अंग्रेजी माध्यम की उत्कृष्ट शिक्षा को सुलभ कराना है।
हालांकि, शिक्षकों की कमी के कारण परीक्षा परिणामों में गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल कुछ स्कूलों में अस्थायी रूप से अतिथि शिक्षकों से काम लिया जा रहा है, लेकिन स्थायी शिक्षकों की अनुपस्थिति ने शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित किया है।
शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि नए शिक्षकों की नियुक्ति से स्थिति में उल्लेखनीय सुधार होगा। गणित, विज्ञान और अंग्रेजी जैसे विषयों के विशेषज्ञ शिक्षकों की तैनाती से छात्रों को कठिन विषयों की सैद्धांतिक और प्रायोगिक समझ मजबूत करने में मदद मिलेगी।
विभाग अब प्रत्येक विद्यालय से मासिक प्रगति रिपोर्ट (Monthly Progress Report) तैयार कराने की तैयारी में है। इस रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाएगा और कमजोर विषयों पर विशेष प्रशिक्षण सत्र (Teacher Training Workshops) आयोजित किए जाएंगे।
लक्ष्य – अगली परीक्षा में 70% से अधिक परिणाम
अधिकारियों का कहना है कि नई नियुक्तियों के बाद शिक्षण व्यवस्था मजबूत होगी और विभाग का लक्ष्य है कि अगली तिमाही परीक्षा तक औसत परीक्षा परिणाम 70 प्रतिशत से अधिक तक पहुंचाया जाए। इस पहल को आत्मानंद स्कूलों में शिक्षा सुधार के लिए एक टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है, जो सरकारी स्कूलों की छवि को भी सशक्त बनाएगा।
शिक्षा विभाग के अनुसार, आत्मानंद स्कूलों में भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाएगा। चयनित शिक्षकों के लिए डेमो क्लास और इंटरव्यू प्रक्रिया को अहम मानदंड बनाया गया है ताकि केवल योग्य अभ्यर्थियों का चयन हो सके।
रायपुर में इस पहल को लेकर अभिभावक वर्ग ने भी संतोष जताया है। उनका कहना है कि बेहतर शिक्षकों के आने से आत्मानंद स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता निश्चित रूप से सुधरेगी और बच्चों को कॉम्पिटिटिव शिक्षा का वातावरण मिलेगा।
