सीजी भास्कर 9 नवंबर गुरुग्राम, 09 नवंबर। हरियाणा के गुरुग्राम में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने रिश्तों और कानून दोनों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। Fake POCSO Case in Gurugram (गुरुग्राम फेक पॉक्सो केस) में एक पत्नी ने अपने ही पति को झूठे पॉक्सो मामले में फंसाने की साजिश रची। यह सारा खेल 10 लाख रुपये की डील पर आधारित था, जिसमें एक महिला वकील और दो अन्य लोग शामिल थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर इस गहरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।
पति से विवाद ने लिया खतरनाक मोड़, बनी साजिश की जड़
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी पत्नी शालिनी अग्रवाल की शादी वर्ष 2007 में हुई थी, लेकिन दोनों लंबे समय से अलग रह रहे थे। पति-पत्नी के बीच किसी निजी विवाद को लेकर तनाव बढ़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि पत्नी के पास मौजूद कोई अहम वस्तु पति के पास थी, जिसे लेकर झगड़ा चल रहा था। इसी रंजिश के चलते शालिनी ने अपने पति को False POCSO Case (फेक पॉक्सो केस) में फंसाने की योजना बनाई।
वकील और उसके पति से 10 लाख में डील, “शिकायतकर्ता” बना गुब्बारे बेचने वाला
पुलिस के अनुसार, शालिनी ने सेक्टर 72 निवासी महिला वकील गीतिका और उसके पति हर्ष से संपर्क किया। दोनों ने 10 लाख रुपये में फर्जी केस दर्ज कराने की डील तय की। योजना के तहत उन्होंने एक गरीब गुब्बारे बेचने वाले व्यक्ति — हनुमान — को शिकायतकर्ता के रूप में इस्तेमाल किया। शिकायत में झूठा आरोप लगाया गया कि आरोपी पति ने उसके बेटे के साथ कुकर्म किया। इस आधार पर POCSO Case Registration (पॉक्सो केस रजिस्ट्रेशन) सेक्टर 65 थाने में दर्ज हुआ।
आईडी और चेहरे में असमानता ने खोला राज़
जांच के दौरान पुलिस को पहली गड़बड़ी तब मिली जब शिकायतकर्ता द्वारा दी गई आईडी कार्ड पर तस्वीर मेल नहीं खा रही थी। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की, तो फर्जीवाड़ा सामने आ गया। आरोपी व्यक्ति मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी निकला, जबकि उसने आईडी राजस्थान की लगाई थी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत तीनों आरोपियों — शालिनी अग्रवाल, वकील गीतिका और उसके पति हर्ष — को गिरफ्तार कर लिया।
घर से मिला एक करोड़ कैश और करोड़ों के गहने
जब पुलिस ने वकील गीतिका के फ्लैट की तलाशी ली तो वहां से करीब एक करोड़ रुपये नकद और लगभग तीन करोड़ रुपये के सोने-चांदी के गहने बरामद हुए। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या यह गिरोह पहले भी Fake Legal Cases (फेक लीगल केस) में लोगों को फंसाने का काम करता था।
अधिकारियों के मुताबिक, वकील दंपत्ति के खिलाफ पुराने मामलों की जानकारी जुटाई जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
साजिश का खुलासा, जांच जारी
गुरुग्राम पुलिस ने इस पूरे Fake POCSO Case in Gurugram का भंडाफोड़ करते हुए इसे “सुनियोजित साजिश” बताया है। जांच अधिकारी ने बताया कि इस केस में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। फिलहाल तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही इस नेटवर्क के बाकी चेहरों का खुलासा किया जाएगा।
