सीजी भास्कर, 10 नवंबर। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध (Bar Nawapara Tiger Sighting) बार नवापारा अभयारण्य के जंगलों में एक बार फिर बाघ की मौजूदगी दर्ज की गई है। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को लगाए गए सीसीटीवी कैमरों में एक नया बाघ दिखाई दिया है। इससे क्षेत्र में वन्यजीव प्रेमियों और वन विभाग के अधिकारियों में उत्साह का माहौल है।
मार्च 2024 के बाद पहली बार दिखा बाघ
वन विभाग के अनुसार, करीब (Tiger Movement Recorded after 1.5 Years) डेढ़ साल पहले मार्च 2024 में एक नर बाघ बार नवापारा के जंगलों में देखा गया था। वह लगभग आठ महीने तक इसी इलाके में विचरण करता रहा। बाद में वह कसडोल के रिहायशी क्षेत्र में पहुंच गया, जिससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल बन गया था।
रिहायशी इलाके में पहुंचा था पिछला बाघ
उस समय बाघ लोगों के लिए खतरा बन गया था। वन विभाग की टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए (Forest Department Tiger Rescue Chhattisgarh) उसे बस्ती से सटे एक बाड़ी में घेरकर ट्रैंक्युलाइज गन से बेहोश किया था। इसके बाद उसे सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया। अब नए बाघ के दिखने से संकेत मिलते हैं कि बार नवापारा का जंगल बाघों के अनुकूल बनता जा रहा है।
Bar Nawapara Tiger Sighting वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी
नए बाघ की मौजूदगी की पुष्टि के बाद विभाग ने क्षेत्र में निगरानी बढ़ा दी है। अब अतिरिक्त (CCTV Surveillance for Tiger Monitoring) कैमरे लगाने की तैयारी की जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बाघ की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी ताकि वन्यजीव और स्थानीय लोगों दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि यह बार नवापारा के पारिस्थितिक संतुलन के लिए बेहद सकारात्मक खबर है। (Wildlife Tourism Chhattisgarh) बाघों की वापसी से यहां पर्यावरणीय विविधता बढ़ेगी और राज्य के इको-टूरिज्म को भी नया प्रोत्साहन मिलेगा।
