सीजी भास्कर 11 नवम्बर दिल्ली में लाल किला इलाके में हुए धमाके के बाद (Dhirendra Shastri Security) को लेकर प्रशासन पूरी तरह चौकन्ना हो गया है।
बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) इन दिनों “सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0” के साथ दिल्ली से वृंदावन की ओर अग्रसर हैं।
सोमवार रात हुए धमाके में 10 लोगों की मौत की खबर के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर तुरंत एक्शन लिया गया। पुलिस ने अब उनकी सुरक्षा में दो अतिरिक्त कंपनियां (Police Deployment) और जोड़ दी हैं, जिससे उनकी सुरक्षा व्यवस्था पहले से और सख्त हो गई है।
दिल्ली से शुरू हुई यात्रा, वृंदावन तक पहुंचेगी आस्था की धारा
7 नवंबर को दिल्ली से शुरू हुई (Sanatan Hindu Ekta Padyatra 2.0) अब वृंदावन की ओर बढ़ रही है।
16 नवंबर को यह पदयात्रा वृंदावन में समाप्त होगी। शास्त्री जी ने खुद बताया था कि इस यात्रा का उद्देश्य “सनातन एकता” का संदेश देश के हर कोने तक पहुंचाना है।
अब सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने हर पड़ाव पर पुलिस बल तैनात करने का निर्णय लिया है।
हाई अलर्ट पर दिल्ली-हरियाणा पुलिस
दिल्ली ब्लास्ट (Delhi Blast) के बाद राजधानी और हरियाणा के कई इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा में पहले हरियाणा पुलिस की तीन कंपनियां तैनात थीं, अब दो अतिरिक्त कंपनियों को शामिल किया गया है।
पुलिस और इंटेलिजेंस यूनिट्स हर पल उनकी यात्रा पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन का कहना है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
बाबा की झलक पाने के लिए उमड़ी भीड़, हुआ हादसा
सोमवार रात पलवल में यात्रा के दौरान भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी। हजारों लोग बाबा की एक झलक पाने के लिए छतों और दुकानों पर चढ़ गए।
इसी दौरान एक दुकान का छज्जा गिर गया, जिससे कई लोग घायल हो गए। हालांकि, मौके पर मौजूद स्वयंसेवकों ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया।
(Dhirendra Shastri Security) बढ़ाए जाने का एक बड़ा कारण इस तरह की अनियंत्रित भीड़ भी मानी जा रही है।
30 हजार श्रद्धालु चल रहे हैं बाबा के साथ
पदयात्रा में शामिल लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रशासन के अनुसार करीब 30,000 श्रद्धालु इस समय (Sanatan Hindu Ekta Padyatra) में शामिल हैं।
सभी भगवा ध्वज थामे, राम नाम के जयकारे लगाते हुए, ढोल-नगाड़ों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
कई श्रद्धालु ट्रकों में सवार होकर यात्रा में शामिल हो रहे हैं, जबकि महिलाएं और बच्चे भी उत्साह से यात्रा का हिस्सा बने हुए हैं।
मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह भी हुए शामिल
इस यात्रा का प्रभाव अब केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी दिख रहा है। राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह (Lakshyaraj Singh Mewar) ने भी फरीदाबाद में इस पदयात्रा में हिस्सा लिया।
उनकी मौजूदगी ने यात्रा को और विशेष बना दिया।
भक्तों में उत्साह की लहर दौड़ गई जब उन्होंने बाबा के साथ कदम से कदम मिलाया।
भक्तों के आंसू, बाबा की करुणा
यात्रा के दौरान कई भावुक दृश्य देखने को मिले। एक भक्त जब बाबा के पैरों में गिरा तो शास्त्री जी ने उसे उठाकर अपने कंधे पर हाथ रखा।
दूसरा भक्त उनसे लिपटकर रोने लगा, तो बाबा ने शांत स्वर में उसे सांत्वना दी।
ऐसे कई पल यात्रा के दौरान “भक्ति और एकता” के सच्चे स्वरूप को दर्शाते हैं।
