सीजी भास्कर, 13 नवंबर | Durg Water Tank Dead Body: जल घर में शव मिलने से मचा हड़कंप
दुर्ग शहर के जल घर में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब कर्मचारियों ने बुधवार सुबह पानी की टंकी में एक सड़ा-गला शव (Dead Body) तैरता हुआ देखा। करीब 30 फीट गहरी टंकी (Water Tank) में शव तीन दिन से फंसा हुआ था, जो अब ऊपर आ गया। मौके पर पहुंची पुलिस और निगम प्रशासन ने शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भेज दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह वही जल घर है, जिससे प्रतिदिन शहर के हजारों घरों में पानी की सप्लाई की जाती है। इस खुलासे ने पूरे प्रशासन को सवालों के घेरे में ला दिया है।
Durg Water Tank Dead Body: दूषित पानी पर खामोश रहा प्रशासन
पानी की टंकी में शव तीन दिन से मौजूद था, लेकिन नगर निगम की ओर से जल आपूर्ति (Water Supply) लगातार जारी रही। नागरिक अब सवाल उठा रहे हैं कि जब शव सड़ रहा था, तब तक लोग वही पानी पीते रहे।
नगर निगम के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि जल स्तर में बढ़ोतरी के बाद ही शव ऊपर आया, तभी मामला सामने आया। इससे पहले टंकी की नियमित जांच या सफाई नहीं की गई थी।
Durg Water Tank Dead Body: पहचान अब तक नहीं हुई, उम्र 40-45 के बीच
पुलिस के अनुसार मृतक की उम्र लगभग 40 से 45 वर्ष के बीच बताई जा रही है। शव की हालत इतनी खराब थी कि पहचान तुरंत नहीं हो सकी। एफएसएल (FSL Team) की टीम ने मौके से नमूने लिए हैं, ताकि पानी की गुणवत्ता और मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सके।
डीएसपी भारती मरकाम ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों और समय को लेकर स्पष्ट जानकारी दी जाएगी। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात शव (Unidentified Body) मिलने का मामला दर्ज किया है।
Durg Water Tank Dead Body: नगर निगम पर लापरवाही का आरोप
नेता प्रतिपक्ष ने इस घटना को नगर निगम की गंभीर चूक बताया। उनका कहना है कि जल घर में शव मौजूद रहने के बावजूद पानी की सप्लाई बंद नहीं की गई, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा पैदा हुआ। उन्होंने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
नगर निगम ने अब जल आपूर्ति को अस्थायी रूप से रोक दिया है और टंकी की सफाई (Tank Cleaning) के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही, संबंधित कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जा रही है।
Durg Water Tank Dead Body: जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आने की संभावना
पुलिस को शक है कि यह मामला आत्महत्या या हत्या दोनों में से कोई हो सकता है। जल घर परिसर में लगे CCTV Footage खंगाले जा रहे हैं। वहीं, शहरवासियों में आक्रोश है कि तीन दिन तक किसी को भी पानी के स्वाद या रंग में बदलाव क्यों नहीं दिखा।
इस घटना ने न केवल Water Safety System पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि नागरिकों के भीतर प्रशासन के प्रति अविश्वास भी बढ़ाया है।
