सरकंडा इलाके में बुधवार देर रात हुई Bilaspur Drunk Driving Case ने शहर में खलबली मचा दी। मुख्य मार्ग पर एक चारपहिया वाहन को जिस तरह तेज रफ्तार में दाएँ-बाएँ घुमाया जा रहा था, उसे देखकर कई राहगीरों ने घबराकर किनारा पकड़ लिया। लोग बताते हैं कि वाहन में दो युवक थे, दोनों नशे में इस कदर डूबे कि उन्हें सड़क, ट्रैफिक या लोगों की परवाह ही नहीं थी।
‘Police’ Marked Car — रुतबे का हवाला देते हुए धमकाया
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जिस कार में युवक बैठे थे, उसकी नंबर प्लेट पर बड़े अक्षरों में POLICE लिखा था।
जब स्थानीय लोगों ने गाड़ी रोकने की कोशिश की, वाहन चालक ने खुद को “एक पुलिसकर्मी का भाई” बताते हुए लोगों को डराया—यह कहते हुए कि उसे कोई कुछ नहीं कर सकता। यह पूरा वाकया Fake Authority Claim जैसा दिखा, और इसी बात से राहगीरों में गुस्सा फैलने लगा।
गाली-गलौज और हंगामा — सड़क पर बना तनावपूर्ण माहौल
जैसे ही कुछ युवकों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, दोनों नशे में धुत्त आरोपियों ने उल्टा गाली-गलौज शुरू कर दी। कुछ ही मिनटों में सोनगंगा कॉलोनी के सामने भीड़ उमड़ आई, और माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि लोग डर के कारण सड़क से हटने लगे।
कई प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार को खतरनाक ढंग से मोड़कर वे दो-तीन लोगों की तरफ तेज़ी से बढ़े, मानो Attempted Hit-and-Run जैसा इरादा हो।
CCTV Footage में पूरी हरकत कैद — आरोपी फरार
स्थिति बिगड़ती देख दोनों युवक अचानक गाड़ी घुमाकर मौके से भाग निकले।
लेकिन उनकी उतावली हरकतें आस-पास लगे CCTV कैमरों में साफ रिकॉर्ड हो गईं। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने मोबाइल से वीडियो भी बना लिया, जिसमें “पुलिस” लिखी नंबर प्लेट और कार की पहचान साफ दिखती है।
पुलिस अब इन्हीं फुटेज और वाहन नंबर के आधार पर जांच आगे बढ़ा रही है।
Bilaspur Drunk Driving Case — पुलिस ने वाहन मालिक की पहचान की
सरकंडा थाना टीम ने कार के मालिक की पहचान कर ली है और Motor Vehicle Act के तहत मामला दर्ज करने की पुष्टि की है।
जांच अधिकारी बताते हैं कि गाड़ी जिस तरीके से चलाई जा रही थी, उससे किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने माना कि यह मामला सिर्फ “ड्रंक ड्राइविंग” भर नहीं बल्कि Public Endangerment की श्रेणी में आता है।
स्थानीय लोगों की नाराज़गी — ‘पुलिस’ का नाम लेकर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं
घटना के बाद स्थानीय नागरिकों में काफी आक्रोश है। लोग कहते हैं कि शहर में नशे में गाड़ी चलाने के मामले पहले से बढ़ रहे हैं, और जिस तरह आरोपी युवक फर्जी रुतबा दिखाकर भाग निकले, उसने लोगों का भरोसा और भी कमजोर कर दिया है।
निवासियों का कहना है कि ऐसी घटनाओं पर सख्त और त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी “पुलिस” का नाम लिखकर कानून की धज्जियाँ उड़ाने की हिम्मत न करे।
