साईं महाविद्यालय, सेक्टर-6 भिलाई द्वारा गोद लिए गए ग्राम खोपली में 19 नवंबर को आयोजित जागरूकता कार्यक्रम ने ग्रामीण लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। Rural Awareness Drive के तहत आयोजित इस विशेष आयोजन में छात्र-छात्राओं ने नशा मुक्ति पर आधारित एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया, जिसमें शराब, तंबाकू और ड्रग्स के दुष्परिणामों को बेहद सरल और सहज अंदाज़ में दिखाया गया।
नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य स्थानीय युवाओं और परिवारों को यह समझाना था कि नशा सिर्फ व्यक्ति नहीं, पूरे सामाजिक ढांचे को प्रभावित करता है।
Health Awareness: एड्स से जुड़े भ्रम दूर करने की पहल
कार्यक्रम की दूसरी प्रमुख कड़ी एड्स जागरूकता से जुड़ी प्रस्तुति रही। छात्र-छात्राओं ने Health Awareness के तहत ऐसे कई पहलुओं को सामने रखा, जिनके बारे में ग्रामीण इलाकों में अक्सर जानकारी की कमी रहती है।
नाटक के माध्यम से एड्स कैसे फैलता है, किन भ्रांतियों पर विश्वास नहीं करना चाहिए और इससे बचाव के सही उपाय क्या हैं—इन सभी बिंदुओं को संवेदनशील लेकिन स्पष्ट तरीके से बताया गया।
Drug Abuse Prevention: उन्नत भारत अभियान का उद्देश्य ग्रामीण बदलाव
यह पूरा आयोजन Drug Abuse Prevention और ग्रामीण विकास को केंद्र में रखकर किया गया था। उन्नत भारत अभियान का लक्ष्य देश के ग्रामीण इलाकों में सतत बदलाव लाना है, जहां उच्च शिक्षण संस्थान अपने संसाधन और विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए गांवों की वास्तविक समस्याओं का समाधान ढूंढते हैं।
इसी सोच के साथ साईं महाविद्यालय समय-समय पर खोपली गांव में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता है, जिससे गांव में जागरूकता और सामाजिक सकारात्मकता का वातावरण बने।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों व शिक्षकों की उपस्थिति ने बढ़ाया उत्साह
इस आयोजन में ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती मंजू वर्मा, प्रधान पाठक सुंदरलाल जांगड़े सहित कई शिक्षक व ग्रामीण उपस्थित रहे। उनकी मौजूदगी ने कार्यक्रम की गंभीरता और प्रभाव को और मजबूत बनाया।
सभी ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम गांवों में वास्तविक परिवर्तन की नींव रखते हैं।
महाविद्यालय प्रबंधन और टीम का उल्लेखनीय सहयोग
कार्यक्रम के सफल संचालन में डॉ. वर्षा वर्मा, डॉ. दामिनी विश्वकर्मा और मिस्टर टिकेश्वर कुमार वर्मा की भूमिका महत्वपूर्ण रही। महाविद्यालय प्रबंधन समिति ने भी आयोजन की तैयारी, समन्वय और संसाधन उपलब्ध कराने में पूरा सहयोग दिया।
इस पहल को ग्रामीणों ने न सिर्फ सराहा, बल्कि कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम गांव की प्रगति में अहम भूमिका निभाएंगे।
