सीजी भास्कर, 21 नवंबर। सरगुजा जिले के सीतापुर विकासखंड के ग्राम काराबेल की चंचल पैकरा ने जीवन की कठिनाइयों को पीछे छोड़ते हुए छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) परीक्षा में अनुसूचित जनजाति वर्ग में पहला स्थान (CGPSC Topper ST Category) हासिल कर बड़ी सफलता पाई है। चंचल एक सब्जी विक्रेता परिवार से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें पीएससी जैसी कठिन परीक्षा में टॉपर बना दिया। उनका ओवरऑल रैंक 204 है (PSC Rank 204 – CGPSC)।
चंचल पैकरा किसान और सब्जी विक्रेता रघुवर प्रसाद पैकरा एवं सुंतिला पैकरा की बड़ी बेटी हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के बावजूद उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। उन्होंने पहली बार ही पीएससी मेंस परीक्षा में हिस्सा लेकर सफलता हासिल की। इससे पहले एक बार उन्होंने पीएससी प्री परीक्षा दी थी जिसमें वे सफल नहीं हुईं। इसके बाद उन्होंने तैयारी बढ़ाई और कोचिंग लेकर दोबारा प्रयास किया।
चंचल ने सिविल ब्रांच से इंजीनियरिंग की है (Civil Engineer – CGPSC)। उनकी प्राथमिक शिक्षा काराबेल के सरकारी स्कूल में हुई। बाद में प्रतिभा के आधार पर उनका चयन एकलव्य विद्यालय सन्ना (जशपुर) में हुआ, जहां से उन्होंने दसवीं और बारहवीं दोनों में प्रथम श्रेणी हासिल करते हुए स्कूल टॉपर बनीं।
जगदलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के बाद चंचल ने पूरी तरह पीएससी की तैयारी में खुद को समर्पित कर दिया। पहली बार प्री में असफल होने पर पिता ने उन्हें बिलासपुर में कोचिंग के लिए भेजा। उन्होंने इस वर्ष न केवल प्री बल्कि मेंस भी पास किया और पहली बार इंटरव्यू तक पहुंचीं। यही नहीं, अनुसूचित जनजाति वर्ग में पहला स्थान प्राप्त कर उन्होंने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया (ST Rank 1 – CGPSC)।
चंचल की छोटी बहन अंबिकापुर कॉलेज से बीएससी सेकंड ईयर में पढ़ रही है और छोटा भाई हेमंत पैकरा एकलव्य विद्यालय घंघरी में 11वीं का छात्र है। वर्तमान में चंचल पैकरा बिलासपुर में रहकर अगली परीक्षा की तैयारी कर रही थीं तभी परिणाम आया और उनकी मेहनत रंग लाई।
