सीजी भास्कर, 21 नवंबर। कोरबा दर्री थाना क्षेत्र के अयोध्यापुरी में स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां सरकारी एंबुलेंस (Emergency Delivery Korba) समय पर न पहुंचने के कारण एक महिला को चलती ई-रिक्शा में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर परिजनों ने महतारी एक्सप्रेस-102 को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस निर्धारित समय पर स्थल पर नहीं पहुंच सकी । रास्ते में बुधवारी के पास महिला ने स्वस्थ शिशु को जन्म दे दिया।
अयोध्यापुरी निवासिनी गर्भवती महिला को सुबह अचानक लेबर पेन बढ़ने (Emergency Delivery Korba) पर परिवारजन नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जांच के दौरान स्टाफ ने बताया कि महिला में खून की कमी है और स्थिति गंभीर है, इसलिए उसे जिला मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। परिजनों ने तुरंत सरकारी एंबुलेंस के लिए कॉल किया, लेकिन काफी देर तक वाहन नहीं मिला।
स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों ने मजबूरी में एक ई-रिक्शा चालक को बुलाया। इस बीच पीड़िता की हालत लगातार बिगड़ती रही। पति जो पेशे से राज मिस्त्री हैं का आरोप है कि उनकी पत्नी की स्थिति खराब देखकर मितानिन मौके से अपने घर चली गई और बार-बार बुलाने के बावजूद जिला अस्पताल तक साथ नहीं गई।
परिजन महिला को ई-रिक्शा के माध्यम से जिला मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे, तभी बुधवारी के पास चलते वाहन में उसने बच्चे को जन्म दे दिया। अस्पताल पहुंचने पर जच्चा और बच्चा दोनों को तत्काल भर्ती किया गया और उपचार शुरू हुआ। चिकित्सालय प्रबंधन के अनुसार, वर्तमान में मां और नवजात दोनों स्वस्थ हैं। घटना ने एक बार फिर महतारी एक्सप्रेस और स्वास्थ्य तंत्र की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं।
