सीजी भास्कर, 21 नवंबर। जांजगीर-चांपा में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस (Child SP Innovation Jangir Champa) पर एक अनोखी पहल देखने को मिली, जब 12वीं की छात्रा संतोषी धीवर को 15 मिनट के लिए स्पेशल SP की जिम्मेदारी सौंपी गई । कुर्सी संभालते ही जिस तरह से उसने प्रशासनिक फैसले लिए, उससे पूरा पुलिस विभाग और शहर के लोग हैरान रह गए।
नवाचार कार्यक्रम के तहत आयोजित इस पहल का उद्देश्य छात्राओं में नेतृत्व क्षमता व प्रशासनिक समझ (Child SP Innovation Jangir Champa) विकसित करना था। जैसे ही संतोषी ने एसपी की कुर्सी संभाली, उसने स्कूल और कॉलेज परिसरों के आसपास अवांछित भीड़ को रोकने के लिए बड़ा आदेश जारी किया।
उसने स्पष्ट निर्देश दिया कि स्कूल-कॉलेज के 200 मीटर दायरे में कोई भी पान ठेला, गुमटी या दुकान संचालित नहीं होगी। इस आदेश पर तुरंत कार्रवाई शुरू हुई, जिसके बाद शहर के कई इलाकों में पुलिस टीमों द्वारा दुकानों को हटाने की प्रक्रिया देखी गई।
इसके बाद छात्रा एसपी ने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया और टू-व्हीलर नीलामी प्रकरण को वरिष्ठ कार्यालय के लिए अग्रेषित करने का फैसला लिया (Police Line Review – Child SP Innovation Jangir Champa)। यह कदम पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को समझने और बेहतर प्रबंधन की दिशा में सराहनीय माना गया।
कार्यक्रम के दौरान डीएसपी कविता ठाकुर और सीएसपी योगिताबली खापर्डे ने संतोषी को जिले में साइबर सुरक्षा, महिला संरक्षण, बाल सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में साइबर अपराध लगातार बदलते तरीके से बढ़ रहे हैं, जिनसे निपटने के लिए विशेष साइबर सेल सक्रिय रूप से कार्य कर रही है।
छात्रा एसपी संतोषी धीवर ने महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। साथ ही उसने पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे जन-जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना भी की।
कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने बताया कि ऐसे नवाचार विद्यार्थियों में प्रशासनिक सोच को विकसित करते हैं और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में प्रेरित करते हैं। जांजगीर-चांपा में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल अनोखा रहा, बल्कि इससे बाल दिवस का संदेश और भी प्रभावी हो गया कि बच्चों में नेतृत्व का बीज तभी पनपता है जब उन्हें जिम्मेदारी का अवसर दिया जाए।
