बोला – “बीएसपी मैनेजमेंट और ठेकेदार मिल करते रहे गुमराह”
BSP प्रबंधन मूर्दाबाद के लगे नारे
सीजी भास्कर, 26 अगस्त। कल बीएसपी में ठेका श्रमिक राम नारायण चौधरी (59 वर्ष) निवासी दुर्गेश किराना स्टोर कैम्प-2 भिलाई की मौत हो गई थी। मौत का कारण हार्ट अटैक को बताया गया लेकिन परिजन कह रहे हैं कि मृत्यु हार्ट अटैक से नहीं हुई है क्योंकि उनके शरीर पर झुलसने के निशान हैं, बीएसपी मैनेजमेंट और ठेकेदार इस मामले में गुमराह कर मामले को रफा-दफा करना चाहते हैं।
मृतक की इकलौती बेटी ने बताया कि उनसे झूठ बोलकर साइन करा लिया गया है। इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी उनको समय पर खबर नहीं दी गई। मेरे पिता को कोई बीमारी नहीं थी, वो स्वस्थ हालत में कल सुबह 6 बजे की शिफ्ट के लिए 5 बजे घर से गए थे। घटना की जानकारी हमको न्यूज देख कर लगी। पतासाजी करने पर पहले बताया गया कि उनको इमरजेंसी अस्पताल में भर्ती किया है बाद में बोले अटैक से मौत हो गई है। बिना बॉडी दिखाए कागजों पर सिग्नेचर करवा लिया गया। कहा गया कि दो लाख का चैक और पचास हजार अंतिम क्रिया के लिए दें रहे हैं, सिग्नेचर कर दो। जब बॉडी को देखे तो पूरी पीठ पर बर्निंग ब्लैक मार्क्स हैं। पीठ और पेट में चोट है। कल से ही ठेकेदार को घटना के लिए पूछने का प्रयास किया गया, उसे बुलाया गया पर कोई नहीं आया। यहां तक कि साथ में काम करने वाले लोग भी नहीं आए।
मृतक के भांजे ने कहा कि हमें बताया गया कि उन्हें हार्ट अटैक आया और हास्पिटल ले गए जहां उनकी मृत्यु हो चुकी थी। हमें कहा गया कि उनको हार्ट अटैक आया था लेकिन बॉडी पर झुलसने का निशान संदेह की दुविधा पैदा कर रहा है। कुल मिलाकर कर परिजनों को गुमराह किया जा रहा है, जो कि गलत है। उनके हाथ में भी जलने के निशान हैं। जब तक सही जानकारी नहीं दी जाती हम उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।