सीजी भास्कर, 24 नवंबर। भिलाई के नेवई थाना स्थित सूर्य नगर में घर में चर्च बनाकर प्रार्थना सभा (Forced Conversion Allegation) चलाने को लेकर बड़ा हंगामा हुआ। मौके पर पहुंचे बजरंग दल के सदस्यों और साहू समाज के लोग घर के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी करने लगे।
प्रदर्शनकारी प्रार्थना सभा चलाने वालों पर मतांतरण ( Forced Conversion Allegation ) कराए जाने का आरोप लगा रहे थे। मामले में पुलिस ने महिला पास्टर सहित तीन लोगों के खिलाफ धारा 299 बीएनएस, धारा 3(5) और छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम की धारा चार के तहत अपराध दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में मनोज कुमार साहू, उसकी पत्नी व पास्टर मालती साहू और रविशंकर चंदेल शामिल है। पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक सूर्य नगर स्थित उक्त घर के सामने सुबह 11 बजे से बजरंग दल के ज्योति शर्मा, रवि निगम सहित अन्य लोग बड़ी संख्या में पहुंच गए। घर के सामने मनोज साहू का नाम लिखा बोर्ड लगा हुआ था।
प्रदर्शन के लिए पहुंचे हिंदू संगठनों का कहना था कि मनोज साहू के घर में रविवार सुबह से 30-40 लोग प्रार्थना (Forced Conversion Allegation) कर रहे थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि साहू दंपती पहले हिंदू थे लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया।
हिंदू संगठनों ने यह भी दावा किया कि वे अब आसपास के लोगों को भी धर्म परिवर्तन ( Forced Conversion Allegation ) के लिए कहते हैं। कुछ ही देर बाद साहू समाज और भीम आर्मी के लोग भी मौके पर पहुंच गए। वे मंतातरण कराने वालों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। स्थिति को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया।
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने प्रदर्शनकारियों को समझाइश दी और कार्रवाई करने की बात कही। इस बीच इसाई समाज के कुछ लोग भी मौके पर पहुंच गए और जबरन मतांतरण कराए जाने के आरोपों को गलत बताया। इसके बाद पुलिस ने चर्च के भीतर मौजूद रहे लोगों का बयान लिया।
Forced Conversion Allegation चार साल से प्रार्थना के नाम पर मतांतरण
मौके पर पहुंचे रिसाली तहसील साहू संघ के अध्यक्ष डा. कामता साहू ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले चार सालों से यहां मतांतरण हो रहा है। अन्य जिलों से लोग प्रार्थना के लिए आते हैं। उनका कहना है कि मोहल्ले की कई महिलाएं भी प्रार्थना सभा में शामिल होने लगी हैं और प्रार्थना के बाद शाम को घर पर दीए भी नहीं जलाए जाते।
