सीजी भास्कर, 26 नवंबर | कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट आज दोपहर लगभग 12:30 बजे रायपुर पहुंच रहे हैं। विमानतल से सीधे धमतरी के लिए रवाना होने का कार्यक्रम तय है, जहाँ वे SIR Campaign Review के पहले चरण में शामिल होंगे।
धमतरी में उनका मुख्य पड़ाव संविधान बचाओ दिवस के आयोजन के साथ शुरू होगा और आगे वे जिले में चल रही SIR गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा भी करेंगे। इस बैठक को पार्टी पदाधिकारी “बेस–लेवल इंटेलिजेंस” के रूप में देख रहे हैं, जहाँ मैदान से आई वास्तविक स्थिति पहली बार उनके सामने रखी जाएगी।
कांकेर में संगठन–संवाद; बूथ से लेकर बड़े ढांचे तक की स्थिति पर नजर
धमतरी के कार्यक्रमों के बाद पायलट उत्तर की ओर बढ़ते हुए कांकेर पहुंचेंगे। यहाँ वे पदाधिकारियों के साथ बंद-दरवाजे बैठक में मौजूद रहेंगे।
बैठक का फोकस, पार्टी सूत्रों के अनुसार, “Organisational Ground Mapping” पर रहेगा—यानी किस क्षेत्र में कौन सी चुनौतियाँ दिख रही हैं, और SIR प्रक्रिया से जुड़े वास्तविक अड़चनें कहाँ हैं।
कांकेर में यह चर्चा इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि यहाँ SIR फॉर्म भरने में शिकायतें अपेक्षाकृत अधिक दर्ज की गई थीं।
देर शाम बस्तर की ओर रुख; जगदलपुर में सबसे अहम समीक्षा कल होगी
पायलट देर शाम जगदलपुर पहुंचेंगे, जहाँ अगले दिन यानी 27 नवंबर को उनका सबसे बड़ा सत्र निर्धारित है।
यहाँ वे ‘स्पेशल इंटेंसिव रिविजन’ की गहन समीक्षा करेंगे और क्षेत्रीय टीमों से सीधे संवाद करेंगे।
जगदलपुर की इस बैठक को रणनीतिक रूप से “Field Verification Analysis” के रूप में देखा जा रहा है—क्योंकि बस्तर संभाग में SIR से जुड़े कई मामले तकनीकी आपत्तियों के रूप में सामने आए हैं।
यहाँ वे मीडिया से भी मुखातिब होंगे, और शाम को वापस दिल्ली के लिए लौटने की योजना है।
SIR की निगरानी तेज़—कांग्रेस ने कंट्रोल रूम तैयार किया
राज्य स्तर पर SIR अभियान को ट्रैक करने के लिए प्रदेश कार्यालय में खास कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।
इसकी जिम्मेदारी सलाम रिजवी को दी गई है, जिन्हें फील्ड से आने वाली शिकायतें, मतदाताओं के नाम कटने के मामलों और किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई का अधिकार दिया गया है।
कांग्रेस ने हर जिले में मास्टर ट्रेनरों की तैनाती के साथ स्पष्ट निर्देश भी दिया है कि किसी भी मतदाता का नाम बिना निर्धारित कारण के न हटाया जाए।
समय सीमा बढ़ाने की मांग—धान खरीदी और ग्रामीण व्यस्तता बड़ी चुनौती
कांग्रेस का कहना है कि खेतों में धान खरीदी का सीजन तेज़ी पर है और ग्रामीण इलाकों में किसान दिनभर मंडियों और खेतों के बीच काम कर रहे हैं। इस वजह से SIR फॉर्म की प्रक्रिया लोगों तक समय पर नहीं पहुँच पा रही।
पार्टी ने मांग उठाई है कि अभियान की अवधि में कम से कम तीन महीने का विस्तार दिया जाए, ताकि किसान समुदाय के मतदाताओं तक यह प्रक्रिया सही ढंग से पहुँच सके।
इस बीच कांग्रेस का आरोप है कि कुछ इलाकों में SIR का उपयोग “मजबूत बूथों से नाम हटाने” के लिए किया जा रहा है—जिसकी शिकायतें कंट्रोल रूम में लगातार दर्ज हो रही हैं।
कुल मतदाता आंकड़ा—SIR की प्रगति कहाँ तक पहुंची
राज्य निर्वाचन आयोग के नए आंकड़ों के अनुसार, 27 अक्टूबर 2025 तक छत्तीसगढ़ में कुल 2,12,30,737 मतदाता दर्ज हैं।
इनमें से 2,10,25,208 मतदाताओं तक SIR गणना प्रपत्र पहुँच चुका है।
21 नवंबर तक 65 लाख से अधिक फॉर्म डिजिटलाइज किए जा चुके हैं, जो कुल डेटा का लगभग 31% है।
SIR की इस प्रगति को चुनावी प्रक्रिया में “Data Purification Phase” कहा जा रहा है, हालांकि कई जिले अभी भी अपेक्षित गति से पीछे हैं।
