सीजी भास्कर, 27 नवंबर | Bhilai Gambling Case : दुर्ग जिले के कोहका इलाके में सोमवार शाम हलचल तब बढ़ी, जब पुलिस को यह पता चला कि एक घर के भीतर मोबाइल से अवैध सट्टा चल रहा है। जैसे ही सूचना पुख्ता हुई, संयुक्त टीम ने टाटा लाइन वाली गली में बिना देरी किए रेड डाली—गली में मौजूद लोगों को पहले समझ भी नहीं आया कि आखिर इतनी भागदौड़ क्यों दिख रही है।
बीएसपी कर्मचारी राकेश सिंह समेत 3 लोग मौके से पकड़े गए
रेड के दौरान पुलिस ने वहां मौजूद तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। इनमें एक नियमित कर्मचारी और दो ठेका कर्मी शामिल थे।
पहला नाम—राकेश कुमार सिंह (45 वर्ष)। दूसरा—टीका राम साहू (57 वर्ष)। तीसरा—राजरत्न नागदेवते (35 वर्ष)।
तीनों के मोबाइल फोन खोलते ही पुलिस टीम को पता चला कि सट्टे का यह नेटवर्क सिर्फ कागज़ की पर्चियों तक सीमित नहीं था, बल्कि मोबाइल ऐप और सोशल मीडिया के जरिए फैल चुका था।
यही कारण है कि यह पूरा मामला अब (Online Satta Operation) की दिशा में भी जांच में शामिल किया जा रहा है।
Bhilai Gambling Case : मोबाइल में मिले लेन-देन के रिकॉर्ड ने चौंकाया
जांच में जो सामने आया, उसने टीम को हैरान कर दिया।
तीनों मोबाइलों में लाखों रुपए के लेन-देन, चैट रिकॉर्ड, डिजिटल सट्टा नंबर और उन लोगों की सूची भी मिली, जिनसे वे रोजाना पैसे इकट्ठा करते थे।
कई एंट्रियां ऐसी थीं, जिनमें बड़े दांव की रकम ‘स्क्रीनशॉट ट्रांसफर’ के रूप में दर्ज थीं। यही कारण है कि यह (Bhilai Gambling Case) अब एक संगठित अवैध नेटवर्क की तरह देखा जा रहा है।
सोशल मीडिया के जरिए दांव लगाने वालों का नेटवर्क भी सक्रिय
पूछताछ में साफ हुआ कि आरोपी सिर्फ आसपास के लोगों तक सीमित नहीं थे।
वे सट्टे के नंबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और मोबाइल एप की मदद से अलग-अलग इलाकों में भेजते थे—शायद इसीलिए रोजाना का लेन-देन हजारों में नहीं, सीधे लाखों में आ रहा था।
टीम ने मौके से तीन मोबाइल फोन, 86,940 रुपए नकद, और एक बाइक समेत कुल 1,66,940 रुपए का सामान जब्त किया है। फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह नेटवर्क कितने समय से चलता रहा और इसमें और कितने लोग शामिल हैं।
Bhilai Gambling Case : लंबे समय से चल रहा था यह पूरा सट्टा चेन
पूछताछ के सफर में जो बात सबसे स्पष्ट सामने आई, वह यह कि तीनों आरोपी नए खिलाड़ी नहीं थे। वे लंबे समय से इस अवैध काम में शामिल थे और दैनिक दांव के नंबर मोबाइल पर भेजकर अच्छी-खासी कमाई कर रहे थे।
अब पुलिस इस पूरे (Illegal Betting Network) की कड़ियां जोड़कर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
