सीजी भास्कर, 27 नवंबर। छत्तीसगढ़ समेत 10 राज्यों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मेडिकल कॉलेज स्कैम (ED Raid Medical College Scam) मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। दिल्ली से पहुंची ED की विशेष टीम ने रायपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में भी दबिश दी है। यह एक्शन 30 जून को CBI द्वारा दर्ज की गई FIR के आधार पर लिया गया, जिसमें नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के अधिकारी और बिचौलियों पर गंभीर आरोप लगाए गए थे।
FIR के अनुसार, NMC के कुछ अधिकारी और अन्य सरकारी कर्मचारी मेडिकल कॉलेजों को निरीक्षण से जुड़े गोपनीय दस्तावेज रिश्वत लेकर लीक करते थे। इस गोपनीय जानकारी की मदद से कुछ कॉलेजों के मैनेजर और बिचौलिए पैरामीटर्स में हेरफेर कर लेते थे और आसानी से अकादमिक कोर्स की मंजूरी हासिल कर लेते थे।
सूत्रों के अनुसार, जिन स्थानों पर ED की तलाशी जारी है, उनमें कई राज्यों के 7 मेडिकल कॉलेज, बिचौलियों के दफ्तर, अधिकारियों के आवास और FIR में नामजद लोगों के ठिकाने शामिल हैं। छापेमारी जिन राज्यों में चल रही है, वे हैं दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना।
CBI ने 5 महीने पहले की थी देशभर में छापेमारी
CBI ने इस केस में करीब 5 महीने पहले कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मध्य प्रदेश में 40 से अधिक स्थानों पर रेड की थी। तब जांच एजेंसी को बड़ी मात्रा में डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज मिले थे। CBI के अधिकारियों के मुताबिक जांच में पता चला था कि आरोपी निरीक्षण प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए कई स्तरों पर धोखाधड़ी कर रहे थे
(ED Raid Medical College Scam) 3 डॉक्टर समेत 6 लोग गिरफ्तार
CBI ने इस स्कैम में 3 डॉक्टरों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। केस में छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (SRIMSR) का नाम भी सामने आया था (Chhattisgarh Medical College Scam)। जांच के अनुसार, NMC की टीम ने SRIMSR के पक्ष में रिपोर्ट बनाने के लिए हवाला के जरिए 55 लाख रुपये की रिश्वत ली थी।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं। इनमें डॉ. मंजप्पा सी.एन., डॉ. चैत्रा एम.एस., डॉ. अशोक शेलके, अतुल कुमार तिवारी, सथीशा ए., रविचंद्र के शामिल हैं। ED की आज की रेड के बाद माना जा रहा है कि इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की परतें खुलेंगी और कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
