सीजी भास्कर 28 नवंबर Delhi court marriage murder case : कोर्ट मैरिज के बाद भी साथ न रहने की खींचातानी, और फिर मौत
दिल्ली के चांद बाग इलाके में रहने वाली 22 वर्षीय तैय्यबा की हत्या ने पूरे इलाके को हिला दिया है। प्यार, कोर्ट मैरिज और फिर अचानक मर्डर… इस कहानी के हर हिस्से ने लोगों को चौंका दिया है। पुलिस के मुताबिक, 15 अप्रैल को प्रेमी फैसल के साथ उसने साकेत कोर्ट में शादी की थी, पर शादी के बाद भी दोनों अलग–अलग रह रहे थे। तैय्यबा चाहती थी कि फैसल अब उसके साथ खुलकर रहे, जबकि फैसल अपनी दूसरी जिंदगी को छिपाना चाहता था। इसी खींचातानी ने इस रिश्ते को खतरनाक मोड़ दे दिया।
फैसल की दोहरी जिंदगी—पहले से शादी, दो बच्चे और दूसरी शादी का डर
जांच में सामने आया कि फैसल पहले से शादीशुदा था, उसके दो बच्चे भी हैं और उसका परिवार मुस्तफाबाद में रहता है। उसके पिता प्रॉपर्टी से जुड़े काम करते हैं। पुलिस का कहना है कि फैसल अपनी इस दूसरी शादी को किसी भी कीमत पर उजागर नहीं होने देना चाहता था। तैय्यबा का बार–बार साथ रहने का दबाव उसके लिए तनाव का बड़ा कारण बन गया।
Delhi court marriage murder case : 22 नवंबर: बहाने से बुलाया, कार में बहस और गोली…
पुलिस के अनुसार, 22 नवंबर को फैसल ने तैय्यबा को मिलने के लिए बुलाया। उसे अपनी एक दोस्त की कार में बैठाकर ले गया। रास्ते में दोनों के बीच बात बिगड़ती गई और बहस तेज़ हो गई। गुस्से में फैसल ने अचानक पिस्टल निकाली और करीब से गोली मार दी। गोली लगते ही तैय्यबा की मौके पर मौत हो गई।
शव को छुपाने के लिए फैसल उसे कार में ही लेकर बागपत के जंगल की ओर निकल गया और अंधेरे का फायदा उठाते हुए उसे वहां फेंक आया।
रात 3 बजे आखिरी बात, फिर फोन बंद—परिवार पूरी रात बेचैन
परिजनों के मुताबिक, तैय्यबा उस दिन रोज़ की तरह ऑफिस गई थी। रात 9 बजे जब वह घर नहीं लौटी, तो घरवालों ने उसे फोन किया। उसने कहा कि ऑफिस का काम ज्यादा है। करीब 3 बजे उसकी माँ से आखिरी बार बात हुई, जिसमें उसने कहा—“बस पाँच मिनट में घर पहुँच रही हूँ।”
इसके बाद उसका फोन बंद हो गया और वह गायब हो गई। अगले दिन सुबह परिवार ने दयालपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
Delhi court marriage murder case : अचानक कोर्ट में सरेंडर—फैसल ने सबकुछ कबूल किया
घटना के तीन दिन बाद फैसल सीधे कड़कड़डूमा कोर्ट पहुँच गया और आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं उसने पुलिस को पूरी वारदात की जानकारी दी, साथ ही शव फेंके जाने की जगह भी बताई।
पुलिस टीम मौके पर पहुँची और बागपत के जंगल से तैय्यबा का शव बरामद कर लिया। कार भी जब्त कर ली गई है। फिलहाल फैसल के खिलाफ हत्या, अपहरण और सबूत छिपाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या किसी और ने उसकी मदद की थी।
221 दिनों की मोहब्बत का दर्दनाक अंत
15 अप्रैल की कोर्ट मैरिज से लेकर 22 नवंबर की मौत तक—221 दिनों का यह रिश्ता आखिर एक खौफनाक अंजाम तक कैसे पहुँचा? पुलिस का कहना है कि इस केस में जुनून, धोखे और डर तीनों ने मिलकर एक निर्दोष लड़की की जान ले ली।
अब सवाल यह है कि क्या तैय्यबा की हत्या सिर्फ एक झगड़े का नतीजा थी या उसके पीछे और भी सच छिपे हैं।
