सीजी भास्कर, 28 नवंबर | रायगढ़ के एक औद्योगिक क्षेत्र में हुए MSP Steel Incident ने एक बार फिर फैक्ट्री सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में हुए हादसे में एक मजदूर की कन्वेयर बेल्ट में फंसकर मौत हो गई थी, जिसके बाद औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने प्लांट प्रबंधन को नोटिस जारी कर विस्तृत जवाब तलब किया है।
MSP Steel Incident: टीम ने स्थल निरीक्षण कर कर्मचारियों से बयान दर्ज किए
मृतक मजदूर की मौत के बाद विभागीय टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया, सुरक्षा उपायों की जांच की और उस समय मौजूद श्रमिकों से बयान लेकर पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड में शामिल किया। शुरुआती जांच में कई गंभीर कमियां सामने आई हैं, जो निर्धारित सुरक्षा मानकों से मेल नहीं खातीं।
सुरक्षा मानकों में लापरवाही, प्लांट प्रबंधन से स्पष्टीकरण मांग
जांच के शुरुआती निष्कर्ष बताते हैं कि प्लांट में कार्यरत मजदूरों को पर्याप्त सुरक्षा उपकरण और संरक्षित कार्य वातावरण उपलब्ध नहीं कराया गया था। इसी आधार पर विभाग ने प्लांट के अधिभोगी और फैक्ट्री प्रबंधक को नोटिस जारी कर कारखाना अधिनियम 1948 के प्रावधानों के तहत जवाब देने को कहा है। नोटिस में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि लापरवाही साबित होती है, तो आगे की कानूनी कार्रवाई अनिवार्य होगी।
MSP Steel Incident: कैसे हुआ था हादसा: मरम्मत का काम बन गया जानलेवा
घटना 24 नवंबर की है, जब किल्न नंबर–2 में फीडिंग लाइन के इंजेक्शन सर्किट में मरम्मत का कार्य चल रहा था। उस वक्त फिटर लक्ष्मण प्रसाद साहू काम में लगे हुए थे। इसी दौरान वे अचानक कन्वेयर बेल्ट में फंस गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। यह घटना दर्शाती है कि मौके पर Industrial Safety Violation की आशंका बेहद मजबूत है।
परिजनों ने मुआवजा और नौकरी की मांग उठाई, पुलिस जांच जारी
अगले ही दिन मृतक के परिवार और अन्य कर्मचारियों ने प्लांट के बाहर न्याय और मुआवजा प्रदान करने की मांग की। वहीं स्थानीय पुलिस ने मामले पर मर्ग कायम कर लिया है और विभागीय जांच रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है। परिजनों ने यह भी आग्रह किया है कि परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देकर आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
औद्योगिक सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस पूरी घटना ने एक बार फिर रायगढ़ के औद्योगिक क्षेत्र में Worker Safety Issue को चर्चा का विषय बना दिया है। लगातार हो रहे हादसे यह संकेत देते हैं कि कई उद्योग अभी भी सुरक्षा मानकों को गंभीरता से लागू नहीं कर पा रहे।
