सीजी भास्कर, 02 दिसंबर। रांची में मंगलवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने चार्टर्ड अकाउंटेंट नरेश कुमार केजरीवाल (Naresh Kejriwal CA Case) के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की, जिसमें उनकी फैमिली और करीबी सहयोगियों के स्थान भी शामिल हैं। यह कार्रवाई FEMA के तहत की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक ईडी की टीमें रांची के साथ-साथ मुंबई और सूरत में भी छापेमारी कर रही हैं। सुबह-सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई का दायरा विदेशी शेल कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये के कथित हेरफेर से जुड़ी आशंकाओं की वजह से बढ़ा है।
आयकर विभाग के इनपुट के आधार पर छापेमारी
जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की जांच में यह बात सामने आई थी कि नरेश केजरीवाल (Naresh Kejriwal CA Case) ने UAE, नाइजीरिया और अमेरिका में कई शेल कंपनियां बनाई थीं, जो कागज़ों में विदेशी इकाइयाँ थीं, लेकिन उनका संचालन कथित तौर पर भारत से ही किया जा रहा था।
जांच में पाया गया कि इन कंपनियों में 900 करोड़ रुपये से ज्यादा की संदिग्ध राशि जमा है और लगभग 1,500 करोड़ रुपये फर्जी ‘टेलिग्राफिक ट्रांसफर’ के जरिए भारत में वापस भेजे गए। इन सभी विदेशी परिसंपत्तियों को सरकारी दस्तावेज़ों में छिपाया गया था और ऐसा अनुमान है कि इनका इस्तेमाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़े पैमाने पर फंड मूवमेंट के लिए किया गया।
करोड़ों के अवैध लेन-देन की आशंका
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक यह पूरी छापेमारी आयकर विभाग द्वारा जुटाए गए निष्कर्षों के आधार पर शुरू की गई है। एजेंसियों का मकसद उन डिजिटल और कागज़ी सबूतों को अपने कब्जे में लेना है, जिनसे इन कथित अवैध लेन-देन और विदेशी शेल कंपनियों (Naresh Kejriwal CA Case) के संचालन का खुलासा हो सके।
आरोप है कि नरेश केजरीवाल का इन अघोषित विदेशी इकाइयों पर पूर्ण नियंत्रण था और इनका उपयोग बड़े पैमाने पर रकम इधर-उधर घुमाने के लिए किया गया। ईडी ने सभी संबंधित परिसरों की तलाशी शुरू की है और जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
