सीजी भास्कर, 2 दिसंबर | सारंगढ़ में Water Supply Review Sarangarh के तहत 1 दिसंबर को कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने सरकारी परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। जैसे ही बैठक शुरू हुई, कलेक्टर ने धीमी प्रगति और कई स्थानों पर काम ठप रहने को लेकर ठेकेदारों को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर श्रमिकों की संख्या जरूरत से कम रखी जा रही है, वहां भुगतान तुरंत रोक दिया जाए।
बरमकेला में पाइपलाइन कार्य को मिला सप्ताहवार लक्ष्य
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की जल आवर्धन और समूह जल प्रदाय योजनाओं पर चर्चा के दौरान कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बरमकेला नगर पंचायत क्षेत्र में पाइपलाइन बिछाने का काम सप्ताहवार लक्ष्य तय कर पूरा किया जाए।
बैठक में कार्यपालन अभियंता ने जानकारी दी कि मौजूदा जल आवर्धन योजना से सारंगढ़ नगर क्षेत्र को लगभग 50% पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा। कलेक्टर ने इस पर कहा कि “जहां काम चल रहा है, वहां रफ्तार दिखनी चाहिए… सिर्फ कागज़ों में नहीं।”
भद्रा रीवांपार परियोजना में आई बाधाओं पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश
बैठक में water project obstacles भी सामने आए। ठेकेदार कावेरी कंस्ट्रक्शन ने बताया कि भद्रा रीवांपार परियोजना के कई गांवों में तकनीकी और भौगोलिक चुनौतियां आ रही हैं। इस पर कलेक्टर ने ब्लॉकवार सूची तैयार कर तत्काल समाधान की प्रक्रिया शुरू करने को कहा।
उन्होंने धीमी प्रगति पर नोटिस जारी करते हुए साफ कहा कि जल जीवन मिशन के सभी कार्यों की हर सप्ताह समीक्षा की जाएगी और गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।
श्रमिकों के लिए अलग-अलग समूह बनाने का निर्देश
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं में श्रमिकों के अलग-अलग कार्य समूह बनाए जाएं, ताकि काम की गति बढ़े और निगरानी भी सुचारु रूप से हो सके।
उन्होंने विभाग को स्पष्ट किया कि श्रमिकों का श्रम विभाग में पंजीकरण अनिवार्य है। पंजीकरण से श्रमिकों और उनके परिवारों को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ मिले—इसी उद्देश्य से कलेक्टर ने जिम्मेदार अधिकारियों को कार्य-योजना तैयार करने को कहा।
समय सीमा तय—फरवरी 2026 तक हर परियोजना पूरी करें
Water Project Deadline Sarangarh को लेकर कलेक्टर ने फिर दोहराया कि जिले में चल रही तीन प्रमुख समूह जल प्रदाय योजनाओं—भद्रा रीवांपार (84 गांव), बरगांव–कंचनपुर (102 गांव), और घोठला–छोटे हरदी (69 गांव)—में किसी भी तरह की देरी मंज़ूर नहीं है।
उन्होंने इंटेकवेल, पंप हाउस, रॉ वाटर और क्लियर वाटर लाइन, मल्टीविलेज कनेक्शन सहित सभी पूर्ण और अपूर्ण कार्यों की समीक्षा की। बैठक में मौजूद अधिकारियों—ईई रमाशंकर कश्यप, एसडीओ बी.एल. खरे, डिप्टी कलेक्टर मधु गवेल और सीएमओ दीपक विश्वकर्मा को साफ निर्देश दिए गए कि फरवरी 2026 तक सभी परियोजनाएं गुणवत्ता के साथ पूरी हों।
