भिलाई नगर, 02 दिसंबर। Financial Fraud Case : उतई थाना क्षेत्र में एक बड़े वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जहाँ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र उतई में कार्यरत कनिष्ठ सचिवीय सहायक (जेएसए) पर 26 लाख से अधिक राशि के गबन का आरोप साबित होने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
शिकायत नारायण लाल बंजारे द्वारा की गई थी, जिसके आधार पर मामला दर्ज होते ही पुलिस ने तेजी से जांच शुरू की और आरोपी तक पहुँची।
Financial Fraud Case : जांच समिति ने बैंक स्टेटमेंट के आधार पर की पुष्टि
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा अक्टूबर में दी गई प्रारंभिक जानकारी पर खण्ड चिकित्सा अधिकारी निकुम द्वारा एक विशेष जांच समिति गठित की गई।
समिति ने जननी सुरक्षा योजना एवं जीवनदीप समिति के शासकीय खातों का विस्तृत परीक्षण किया।
जांच में यह सामने आया कि—
• ₹26,06,057 की राशि खातों से अनियमित तरीके से निकाली गई
• राशि को आरोपी ने अपने बैंक खाते और परिचितों के खातों में ट्रांसफर किया
• पूरा सत्यापन बैंक से प्राप्त स्टेटमेंट पर आधारित रहा
इन तथ्यों के आधार पर पुलिस ने अपराध क्रमांक दर्ज कर मामले को गंभीर धोखाधड़ी (Fraud Investigation) के रूप में विवेचना में लिया।
गिरफ्तारी के बाद हुआ खुलासा: लोन चुकाने में उड़ाए सरकारी पैसे
पुलिस ने जब आरोपी किरण भारत सागर को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने माना कि—
• ₹4 लाख बजाज फाइनेंस,
• ₹5 लाख नावी फाइनेंस,
• ₹1 लाख यूनिटी बैंक,
• ₹1.40 लाख मनी व्यू,
• ₹60,000 ग्रामीण बैंक,
• ₹70,000 श्रीराम फाइनेंस,
• ₹40,000 सिम्स प्राइवेट कंपनी
के लोन चुकाने में उसने यह राशि खर्च की।
इसके अलावा आरोपी ने यह भी बताया कि—
• सरकारी रकम से एक TVS मोटरसाइकिल खरीदी,
• ₹2,88,000 पुनः जननी सुरक्षा योजना एवं जीवनदीप समिति के खाते में जमा किए गए।
पूछताछ के दौरान पेश किए गए पासबुक, चेकबुक, पेन कार्ड और मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया है।
न्यायिक अभिरक्षा में भेजी गई आरोपिया (Fraud Case Arrest)
सभी सबूतों को देखते हुए पुलिस ने आरोपी जेएसए को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।
मामले में आगे बैंक लेनदेन, दस्तावेज़ों और डिजिटल फुटप्रिंट का गहराई से विश्लेषण किया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि गबन का यह सिलसिला कितने समय तक चलता रहा और इसमें अन्य कोई व्यक्ति शामिल था या नहीं।
