सीजी भास्कार 9 दिसम्बर Newborn Sudden Death Case: तमिलनाडु के तिरुपूर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां एक महीने के नवजात की नींद में मौत हो गई। मां ने बच्चे को सुबह करीब 4 बजे दूध पिलाया और फिर दोनों सो गए। जब सुबह उसकी आंख खुली, तो बच्चा बेसुध पड़ा था। यह दृश्य देखकर मां की चीख निकल गई और उसने तुरंत पति को बुलाया। दोनों बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टरों के अनुसार दो संभावनाएं सामने आईं
डॉक्टरों ने शुरुआती जांच में दो वजहों पर शक जताया है। पहली—बच्चे को दूध पिलाकर तुरंत सुला दिया गया, जिससे उसकी नींद में ही मौत हो सकती है। दूसरी—दूध पीने के बाद सांस रुकने (breathing obstruction) की आशंका, जिससे दम घुट सकता है। हालांकि, असली कारण पोस्टमार्टम के बाद ही सामने आएगा।
Newborn Sudden Death Case: परिवार की पृष्ठभूमि और घटना का समय
21 वर्षीय अनिल और उनकी 20 वर्षीय पत्नी पूजा पल्लदम इलाके में रहते हैं। एक महीने पहले ही उनका पहला बच्चा हुआ था, जिसका नाम श्रीनि रखा गया था। कुछ दिनों से पूजा की तबीयत ठीक नहीं थी—सिर और पैरों में दर्द के चलते वह इलाज के लिए अस्पताल गई थी। डॉक्टरों ने उसे कोयंबटूर रेफर किया, जहां उसका इलाज चल रहा था। 7 दिसंबर की सुबह 4 बजे बच्चा रोया, पूजा उठी, दूध पिलाया और फिर सो गई। सुबह उठने पर उसने बेटे को निष्क्रिय देखा और घबराकर पति को बुलाया। (Newborn Sudden Death Case)
पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
अस्पताल की ओर से पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। डॉक्टरों के मुताबिक—या तो बच्चे को दूध पीने के तुरंत बाद सुला दिया गया, या दूध गलती से सांस नली में चला गया होगा। सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही स्पष्ट होगा।
नवजात को दूध पिलाते समय क्या ध्यान रखें?
विशेषज्ञों की मानें तो नवजात को स्तनपान कराते समय अतिरिक्त सावधानी ज़रूरी है। दूध पीते समय गले में अटकने या सांस में रुकावट आने की संभावना ज्यादा रहती है। डॉक्टर सलाह देते हैं कि दूध पिलाने के बाद बच्चे को सीधे लेटा न दें, बल्कि 5–10 मिनट तक कंधे या बांह पर रखकर हल्के से पीठ थपथपाएं, जिससे उसे डकार आए। उसके बाद ही बच्चे को सुलाना सुरक्षित माना जाता है।


