मध्य प्रदेश के सागर जिले में तड़के एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरे क्षेत्र में बेचैनी फैला दी। Highway Accident Report के मुताबिक, बालाघाट से ड्यूटी खत्म कर लौट रही बम एंड डॉग स्क्वॉड की टीम का वाहन अचानक सामने से आ रहे ट्रक से जोरदार भिड़ गया। यह टक्कर मालथौन और बांदरी के बीच उस हिस्से में हुई, जहां सड़क सुबह के समय लगभग खाली रहती है और गति कई बार अनियंत्रित हो जाती है।
भीषण टक्कर में वाहन का अगला हिस्सा चकनाचूर
हादसा करीब चार बजे के आसपास हुआ। टक्कर इतनी तेज थी कि स्क्वॉड वाहन का फ्रंट हिस्सा कुछ ही सेकंड में बुरी तरह दब गया—एक ऐसा दृश्य जिसे देखकर मौके पर पहुंचे लोग भी सहम गए। इस collision impact ने मौके पर ही चार जवानों की जान ले ली, जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हुआ।
स्थानीय ग्रामीणों ने आवाज सुनते ही पुलिस को सूचना दी और कुछ ही देर में रेस्क्यू टीमें वहाँ पहुँच गईं।
चार जवान नहीं रहे—एक गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
मृत जवानों में प्रधुमन दीक्षित, अमन कौरव, वाहन चालक परमलाल तोमर और डॉग मास्टर विनोद शर्मा का नाम शामिल है। सभी मध्य प्रदेश के मुरैना और भिंड क्षेत्र से जुड़े थे। हादसे में बचा हुआ जवान राजीव चौहान गंभीर घायल अवस्था में सागर के बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत “अत्यंत नाजुक” कही जा रही है। उन्हें critical transfer के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजने की तैयारी की जा रही है। राहत की बात यह रही कि टीम का डॉग सुरक्षित बच गया।
बालाघाट से लौटते समय हुआ हादसा, जांच जारी
जानकारी के मुताबिक, पूरी टीम बालाघाट में सुरक्षा जांच के लिए तैनात थी। ड्यूटी ख़त्म होते ही सभी जवान वापस मुरैना लौट रहे थे। रास्ते में हाईवे पर किस वजह से वाहन ट्रक से टकराया, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया।
पुलिस अब Highway Accident Report तैयार कर रही है और ट्रक की गति, लेन बदलने की संभावना, और सड़क की स्थिति जैसे कई पहलुओं की जांच कर रही है।
सड़क हादसों की बढ़ती घटनाओं पर फिर उठे सवाल
इस दुर्घटना ने एक बार फिर यह मुद्दा सामने ला दिया है कि बड़े हाईवेज़ पर भारी वाहनों की रफ्तार, रात और सुबह की कम विज़िबिलिटी, और थकान—ये तीन कारण कई जानें हर साल छीन लेते हैं।
जवानों की मौत ने यह दर्दनाक सच्चाई फिर याद दिला दी कि हाईवे पर एक क्षण की असावधानी कितनी बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।


