सीजी भास्कर 10 दिसम्बर Raipur Kidnapping Case: सूरत में मजदूरी करने जा रहा रामानुजगंज का एक युवक, राजधानी रायपुर पहुंचते ही एक ऐसा शिकार बना जिसकी कल्पना उसने भी नहीं की थी। रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की तलाश में खड़े युवक से एक अनजान शख्स ने मदद का भरोसा दिया—और यही भरोसा बाद में उसके लिए जाल बन गया। आरोपी युवक उसे बाइक पर बैठाकर शहर से दूर एक सुनसान इलाके में बने घर तक ले गया, जहाँ उसकी असली मंशा सामने आई।
मदद के नाम पर अपहरण, फिर कमरे में कैद
पीड़ित के मुताबिक, आरोपी गोविंद उर्फ गोविंदा धृतलहरे ने खुद को मददगार बताकर कहा कि वह उसे जल्द बस कनेक्टिविटी दिला देगा। लेकिन रास्ते में कई चक्कर काटने के बाद आरोपी उसे एक अजनबी घर में ले गया, अंदर धकेला और दरवाजा बंद कर दिया।
पीड़ित को तभी समझ आया कि वह गलत हाथों में फँस चुका है।
Raipur Kidnapping Case: मारपीट के बाद अनैतिक दबाव, फिर घिनौनी करतूत
कमरे में कैद युवक के विरोध करने पर आरोपी ने उसके साथ मारपीट की। चोटों और डर के बीच आरोपी ने जबरन unnatural act किया। पीड़ित चीखता रहा, लेकिन आरोपी नहीं रुका—बल्कि पूरी वारदात का वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड करता रहा।
वीडियो भेजकर धमकियाँ—‘पैसे दो वरना वायरल कर दूंगा’
पीड़ित ने बताया कि आरोपी ने वीडियो उसके परिवारवालों को भेजा और 1.5 लाख रुपये देने की धमकी दी।
उसने साफ शब्दों में कहा—पैसा नहीं दिया, तो वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दूंगा।
पीड़ित के परिवार पर इस दौरान मानसिक दबाव लगातार बढ़ता गया।
Raipur Kidnapping Case: मौका मिलते ही भागा पीड़ित, FIR दर्ज
घटना के दौरान एक क्षण ऐसा आया जब आरोपी की नजर हट गई। युवक किसी तरह जान बचाकर भागा और सीधे अपने घर पहुँचा। वहां उसने परिवार और स्थानीय पुलिस को पूरी घटना बताई।
रामानुजगंज पुलिस ने तुरंत Zero FIR दर्ज कर मामला रायपुर विधानसभा थाना भेज दिया।
रायपुर विधानसभा थाना की कार्रवाई—कई गंभीर धाराएँ जोड़ी गईं
थाने ने मामले की गंभीरता देखते हुए आरोपी के खिलाफ
- अपहरण
- बंधक बनाना
- मारपीट
- अप्राकृतिक कृत्य
- धमकी देना
- IT एक्ट के तहत आपत्तिजनक वीडियो बनाना और भेजना
जैसी धाराएँ दर्ज कीं।
Raipur Kidnapping Case: टेक्निकल सर्विलांस से मिला सुराग, आरोपी गिरफ्तार
मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपी गोविंदा धृतलहरे को पुलिस ने दबोच लिया।
पूछताछ में यह भी सामने आया कि वह पहले भी कुछ लोगों को इसी तरह फँसाने की कोशिश कर चुका है या नहीं—इस एंगल से जाँच जारी है।
जाँच में बढ़ सकता है मामला—क्या था उसका मकसद?
पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या आरोपी किसी गिरोह से जुड़ा है, या अकेले लोगों को निशाना बनाता था।
फिलहाल, पीड़ित के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मेडिकल परीक्षण भी हो चुका है। आगे की प्रक्रिया तेजी से जारी है।


