सीजी भास्कर, 10 दिसंबर। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर हलियापुर स्थित टोल प्लाजा पर लगे निगरानी कैमरों का दुरुपयोग कर महिलाओं व युवक-युवतियों की निजी गतिविधियों के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है (Purvanchal Toll Camera Misuse)। आरोप है कि टोल प्रबंधक ने हाईवे सुरक्षा सिस्टम को व्यक्तिगत उगाही का हथियार बना लिया था। शिकायतों के उजागर होते ही संबंधित कंपनी ने प्रबंधक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया।
सूत्रों के अनुसार टोल प्लाजा पर एंटी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के अंतर्गत कुल 8 कैमरे लगे हैं, जबकि एक्सप्रेसवे पर प्रत्येक किलोमीटर पर अतिरिक्त कैमरे भी संचालित हैं। इन सभी कैमरों की लाइव फीड का नियंत्रण प्रबंधक आशुतोष सरकार के पास था। आरोप है कि वह गुजरते वाहनों में बैठे जोड़ों के वीडियो कैप्चर कर ब्लैकमेल करता था तथा आसपास के खेत-खलिहानों में नित्यक्रिया कर रही महिलाओं तक को रिकॉर्ड कर पैसे वसूले जाते थे ।
बताया गया कि दो माह पहले अयोध्या निवासी युवक से ₹10,000 वसूले गए। एक ट्रक चालक से महिला के साथ दिखने पर ₹2,000 ऐंठे गए। वहीं एक नवविवाहित जोड़े से ₹32,000 लेने के बावजूद उनका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया गया। आरोप यह भी है कि आरोपी दुर्घटनाग्रस्त वाहनों के नंबर बदलवाने जैसे गंभीर अपराधों में भी शामिल था।
ग्रामीणों ने 2 दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामला ज़ोर पकड़ गया। कंपनी SCAIPL ने विवाद बढ़ने से पहले ही 30 नवंबर से उसकी बर्खास्तगी दर्ज दिखा दी, ताकि कार्रवाई का दबाव कम किया जा सके। फिलहाल पुलिस एटीएमएस व टोल कैमरा फुटेज खंगाल रही है (Purvanchal Toll Camera Misuse)। सीओ आशुतोष कुमार ने कहा — साक्ष्य मिलते ही कठोर कार्रवाई होगी।


