सीजी भास्कर, 10 दिसंबर। ओडिशा के आदिवासी अब बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ मुखर हो गए हैं। मलकानगिरी में एक महिला की सिरकटी लाश मिलने के बाद (Malkangiri Bangladeshi Conflict) आक्रोशित आदिवासियों ने सोमवार को बांग्लादेशियों की एमवी-26 बस्ती पर धावा बोला और वहां लगभग 50 से अधिक घरों में आग लगा दी।
सूचना मिलते ही जिला पुलिस, बीएसएफ और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और स्थिति नियंत्रित की। आदिवासियों का आरोप है कि उक्त बस्ती के लोग इलाके में हो रही ज्यादातर आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहते हैं।
घुसपैठियों के विरुद्ध नाराजगी इतनी तीव्र थी कि आसपास के गांवों के सैकड़ों आदिवासी एक साथ हथियार लेकर पहुंचे। भीड़ की संख्या और माहौल देखते हुए बस्ती के लोग भाग निकले। इसी बीच महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया है। हिंसा के बाद प्रशासन ने क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर निषेधाज्ञा लागू कर दी है।
इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं (Malkangiri Bangladeshi Conflict)। मंगलवार को मलकानगिरी एसपी विनोद पाटिल ने स्थल निरीक्षण किया। डीजीपी वाइबी खुरानिया समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे और हालात की समीक्षा की। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च निकालकर हालात शांत करने की कोशिश की।
जानकारी के अनुसार घटना की जड़ में आदिवासी महिला लेक पोडियामी (51 वर्ष) और सुकुमार मंडल के बीच जमीन विवाद था। एक दिसंबर को पोडियामी धान कटाई के लिए खेत गई थी और वापस नहीं लौटी।
परिजनों ने उसी दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी और आशंका जताई थी कि एमवी-26 बस्ती के सुकुमार मंडल ने साथियों के साथ महिला की हत्या की होगी। सोमवार को नदी किनारे महिला का धड़ बरामद हुआ, जबकि सिर अब तक नहीं मिला है। पुलिस खोज जारी रखे हुए है।
शव मिलने के बाद गुस्सा भड़क गया और आदिवासी समाज ने बस्ती को घेरकर हमला कर दिया। कई लोग धनुष-बाण, कुल्हाड़ी व पारंपरिक हथियारों के साथ पहुंचे। उधर, घटना के बाद आसपास के ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर संपत्ति नुकसान का विरोध किया और आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की।


