दुर्ग जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पारिवारिक रिश्तों की मर्यादा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक साले ने अपने ही जीजा के घर को निशाना बनाया और दोस्त के साथ मिलकर कीमती जेवरात व नकदी पर हाथ साफ कर दिया। यह (Brother-in-law Theft Case) इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
घर की जानकारी बनी चोरी की वजह
जानकारी के मुताबिक, कैलाश नगर हाउसिंग बोर्ड, भिलाई निवासी सन्नी साहू काम के सिलसिले में घर से बाहर थे। इसी दौरान उनका साला सुरेश साहू घर पहुंचा। कुछ देर बाद सन्नी की पत्नी भी बाजार चली गई, और इसी मौके का फायदा उठाकर आरोपी ने घर में रखी अलमारी को खंगाल दिया।
सोना-चांदी और नकदी गायब
आरोपी अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और नकद रकम लेकर फरार हो गया। चोरी गई संपत्ति की कीमत करीब ढाई लाख रुपये आंकी गई है। घटना सामने आने के बाद पीड़ित ने जामुल थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई।
निगरानी के बाद गिरफ्तारी
मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना पुलिस और एसीसीयू यूनिट की संयुक्त टीम बनाई गई। संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर सुरेश साहू पर नजर रखी गई और लगातार पतासाजी के बाद 16 दिसंबर को उसे जामुल क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
जुए में हार दी नकदी
पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने यह वारदात अपने दोस्त के साथ मिलकर अंजाम दी थी। पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि चोरी किए गए जेवरात एक ज्वेलरी दुकान में गिरवी रखे गए थे, जबकि नकद रकम आरोपी जुए में हार चुका था।
तीसरा आरोपी भी गिरफ्त में
पुलिस ने मामले में शामिल ज्वेलरी दुकान संचालक को भी हिरासत में ले लिया है। जांच में उसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई है। पुलिस का कहना है कि (Family Crime Case) से जुड़े सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है।


