सीजी भास्कर 4 अगस्त
गिर सोमनाथ, गुजरात
गुजरात के गिर सोमनाथ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। ऊना तालुका के भाचा गांव में बीती रात एक दरिंदे तेंदुए ने झोपड़ी में सो रहे 2 साल के मासूम को उठा लिया। अगले दिन बच्चे का शव गांव से करीब 500 मीटर दूर आम के बाग में क्षत-विक्षत हालत में मिला। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है और इलाके में डर और मातम का माहौल है।
झोपड़ी में सो रहे थे मां-बाप, तेंदुआ उठा ले गया मासूम राजवीर
मृतक बच्चे की पहचान राजवीर भूपतभाई सोलंकी के रूप में हुई है, जिसकी उम्र मात्र 2 साल थी। रात करीब 1 बजे, जब पूरा परिवार झोपड़ी में सो रहा था, तभी अचानक एक तेंदुआ भीतर घुसा और राजवीर को मुंह में दबाकर उठा ले गया।
राजवीर के पिता ने तेंदुए को जाते देखा और तुरंत पीछा भी किया, लेकिन अंधेरे और जंगल के डर से वह बेटे को बचा नहीं पाए।
500 मीटर दूर आम के बाग में मिला शव, गांव में पसरा मातम
घटना के बाद पूरे गांव ने बच्चे की तलाश शुरू की। सुबह करीब 5 बजे, गांव से 500 मीटर दूर एक आम के बाग में मासूम राजवीर का शव मिला, जिसे देखकर हर किसी की आंखें नम हो गईं। तेंदुए ने बच्चे की गर्दन पर जानलेवा घाव किए थे, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
बच्चे को लेकर तुरंत ऊना के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इलाके में पिंजरे लगाए गए, तेंदुए की तलाश जारी
घटना की सूचना मिलते ही जशाधार रेंज वन विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम ने गांव और उसके आसपास के इलाके में दो पिंजरे लगाए हैं ताकि तेंदुए को पकड़ा जा सके। साथ ही, गांव में गश्त भी तेज कर दी गई है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह क्षेत्र गिर जंगल क्षेत्र के करीब होने के कारण तेंदुए अक्सर गांवों में घुस आते हैं, लेकिन बच्चे को उठाकर ले जाने की यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और दुर्लभ है।
35 साल से झोपड़ियों में रह रहे हैं ग्रामीण, सुरक्षा सवालों के घेरे में
भाचा गांव के ग्रामीण पिछले 35 वर्षों से झोपड़ियों में रह रहे हैं। इस घटना ने प्रशासन और वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी तेंदुए देखे गए हैं, लेकिन इस बार जो हुआ वो भयावह है।