सीजी भास्कर, 15 मार्च। रोहतास से रेस्क्यू कर छत्तीसगढ़ लाई गईं 41 लड़कियों में से एक नाबालिग ने अफसरों को आपबीती बताई है। इन सभी लड़कियों को रायपुर लाया गया है। लड़कियों को SSP रैंक के अफसर और महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की निगरानी में रखा गया है।
पुलिस के एक अफसर ने बताया कि 7 फरवरी को रोहतास में रेड पड़ी तो रायपुर की नाबालिग लड़की ने पुलिस को आपबीती बताई। इसके बाद रोहतास पुलिस ने छत्तीसगढ़ पुलिस को जानकारी दी। जब छत्तीसगढ़ पुलिस 41 लड़कियों के पास पहुंची, तो उसमें यह नाबालिग और उसकी बहनें भी थीं।
लड़की ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने उसे और 3 बहनों को रोहतास के एक दलाल को बेचा था। वह नटवर बाजार की नौटंकी में डांस का काम दिलाने के नाम पर ले गया था लेकिन कुछ दिनों बाद देह व्यापार के धंधे में धकेल दिया। धंधा करने से मना करने पर पीटा। झोपड़ी जैसे मकानों में रखते थे। एक कमरे में 5-5 लड़कियां रहती थीं। उसने बताया कि उसकी उम्र 17 साल है। रायपुर में एक सड़क के किनारे उसका परिवार रहता है। उसकी 5 बहनें और एक भाई है। मोना घर में सबसे बड़ी है। 4 साल पहले मां की मौत हो चुकी है। पिता ने उसे और बहनों को मां की मौत के बाद अकेले छोड़ दिया था। 3 वर्ष पूर्व पिता एक व्यक्ति को लेकर उसके पास आए। उन्होंने बताया कि ये नौटंकी और डांस प्रोग्राम करवाते हैं। इनके यहां पर नाचने का काम है। तुम और तुम्हारी तीनों बहनों को इनके यहां काम मिल जाएगा। तुम्हारी छोटी बहन और छोटा भाई फिर अच्छे तरीके से रह सकेंगे। लड़कियों को डांस सिखाया गया। 3 महीने में चारों बहन स्टेज में नाचने लगीं। इसी बीच उसके मैनेजर ने उससे एक पार्टी के साथ सोने के लिए बोला। मना करने पर उनके साथ मारपीट की गई। उसे बताया गया कि तेरे पिता ने बेचा है, तुझे हमारी बात माननी पड़ेगी। लड़कियों को लगातार प्रताड़ित किया गया और उनसे गंदा काम करवाया गया।