सीजी भास्कर, 09 जून। एक 24 साल की महिला ने एक साथ 4 बच्चों को जन्म दिया है। इनमें दो लड़के और दो लड़कियां शामिल हैं। खास बात ये है कि महिला पहली बार मां बनी है। मामला हरियाणा के सिरसा का है।
डिलीवरी के बाद अब सभी बच्चे और मां रज्जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं। परिवार में खुशी का माहौल है, बच्चों की दादी और परदादी के साथ नानी भी उनकी देखभाल के लिए पहुंच गईं हैं। दिन भर पूरा परिवार बच्चों को संभालने में लगा रहता है।
डॉक्टरों के लिए भी यह केस काफी चुनौतीपूर्ण और खास रहा, क्योंकि डिलीवरी काफी रिस्की थी। वहीं बच्चों के पिता ने कहा कि हमारे लिए ये किसी चमत्कार की तरह है, हम में से किसी को भी इसकी उम्मीद नहीं थी, परिवार में सब खुश हैं।
आपको बता दें कि वर्ष 2024 में सिरसा के टीटू खेड़ा गांव के सोनू की शादी ऐलनाबाद के केशुपुरा गांव की रज्जो के साथ हुई थी। सोनू खेती बाड़ी और मजदूरी का काम करते हैं। सोनू के परिवार में 6 सदस्य हैं पत्नी, मां राज रानी, भाई कर्ण, बहन सुनीता और दादी गुड्डी देवी। पिता की कुछ सालों पहले मौत हो चुकी है।
सोनू ने बताया की प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने वह रज्जो को सिरसा के सरकारी अस्पताल में ले गए थे, जहां पर डॉक्टरों ने अल्ट्रासाउंड के बाद बताया था कि तीन बच्चे हैं। तब हमें यकीन नहीं हुआ तो हमने फिर 2-3 बार प्राइवेट अस्पताल में जांच कराई, जहां डॉक्टरों ने कहा कि तीन नहीं चार बच्चें हैं, मां को देखभाल और परहेज की बहुत जरूरत है।
रज्जो ने बताया कि जब चार बच्चों का पता चला तो पूरा परिवार उनकी देखभाल में लग गया। मेरा जो भी खाने का मन होता ये (सोनू) मुझे लाकर देते, मेरा पूरा ख्याल रखते और मुझे हिम्मत देते थे, साथ ही परिवार ने भी इस दौरान मेरा पूरा साथ दिया।
सोनू और उनका पूरा परिवार 14 मई को रज्जो को सिविल अस्पताल लेकर पहुंच गया था, डिलीवरी भी इस दिन होनी थी, उनका पूरा परिवार दुआ कर रहा था कि सब कुछ नॉर्मल हो जाए।
इस बारे में सिविल अस्पताल सिरसा के गायनोकॉलोजिस्ट डॉ. राहुल गर्ग बताते हैं कि जैसे ही रज्जो अस्पताल में पहुंची तो पूरा स्टाफ एक्साइटेड था क्योंकि ये काफी यूनीक केस था। डिलीवरी के वक्त ब्लीडिंग न रुकने से ओटी में सब डर गए थे।
उस दिन अस्पताल का माहौल ऐसा था की OT के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। बाद में ब्लीडिंग रुक गई तो सबने राहत की सांस ली। जैसे ही हमने परिवार को ओटी से बाहर आकर बताया कि सब कुछ ठीक है और मां के साथ बच्चे भी ठीक हैं, तो परिवार के सभी सदस्यों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।