सीजी भास्कर, 11 जनवरी। पंजाब में AAP विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी की गोली लगने से कल रात मौत हो गई। गुरप्रीत बस्सी गोगी लुधियाना वेस्ट के विधायक थे। कल देर रात लाइसेंसी पिस्टल साफ करते समय अचानक फायर हुआ। गोली सिर को चीरती हुई बाहर निकल गई। परिजन और सुरक्षा कर्मी उन्हें तुरंत लुधियाना के दयानंद मेडिकल अस्पताल (DMC) लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना ने पूरे पंजाब को सदमे में डाल दिया है।
आपको बता दें कि गुरप्रीत बस्सी शुक्रवार को दिन भर कई कार्यक्रमों में शामिल हुए। बस्सी बुड्ढा दरिया पर राज्यसभा सांसद संत बलवीर सिंह सीचेवाल से मिले। साथ ही कई दूसरे कार्यक्रमों में भी शिरकत की। घर लौटने के बाद उन्होंने अपने नौकर से खाना बनवाया। रात करीब 12 बजे उनके कमरे से अचानक गोली चलने की आवाज आई। पत्नी सुखचैन कौर, बेटा और नौकर कमरे में पहुंचे तो गोगी खून से लथपथ जमीन पर गिरे मिले। घटना के बाद परिवार में मातम छा गया।
लुधियाना ADCP जसकरण सिंह तेजा ने बताया कि गोगी अपना पिस्टल साफ कर रहे थे। इस दौरान पिस्टल मिसफायर हो गई। पिस्टल 25 बोर का था और इससे एक ही गोली चली। गोगी ने रूटीन के मुताबिक खाना खाया था। पोस्टमॉर्टम के बाद उनका शव परिवार को सौंप दिया गया है। घटना के पुलिस के आला अफसर और डीसी जितेंद्र जोरवाल ने घटना स्थल का मुआयना किया।
गौरतलब हो कि बस्सी कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को हराकर विधायक बने थे। बस्सी 23 साल तक कांग्रेस से जुड़े रहे। इस दौरान बस्सी नगर निगम में तीन बार पार्षद भी बने। AAP में शामिल होने के बाद उन्होंने पार्टी के लिए कई अहम योगदान दिए।
गुरप्रीत बस्सी 2022 के विधानसभा चुनाव में उस समय चर्चा में आए थे जब वह 1990 मॉडल के प्रिया स्कूटर पर नामांकन भरने के लिए पहुंचे थे। यह स्कूटर उनकी मां ने उन्हें दिया था। बस्सी इस स्कूटर को लक्की मानते थे। मुख्यमंत्री भगवंत मान और AAP नेताओं ने गोगी की मौत को पार्टी के लिए बड़ी क्षति बताया है। गुरप्रीत बस्सी की मौत से पंजाब की राजनीति में सवालों का दौर शुरू हो गया है। उनके समर्थक और परिवार वाले इस घटना से गहरे सदमे में हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा और कई अन्य नेता उनके घर पहुंचे हैं।