सीजी भास्कर, 14 जुलाई। अखिल भारतीय सतनाम सेना का छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में विस्तार होगा। इस सिलसिले में एक महत्वपूर्ण बैठक दाऊपारा मुंगेली स्थित रेस्ट हाउस में सम्पन्न हुई जिसमें सतनाम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म गुरु बालदास साहेब गुरु गद्दी भंडारपुरी एवं युवराज गुरु सौरभ साहेब विशेष रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में शामिल भाजपा नेत्री एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण छग शासन पूर्व सदस्य रत्नावली कौशल ने बताया कि धर्मगुरु एवं सतनामी समाज के मार्गदशक बालदास साहेब एवं गुरु सौरभ साहेब समस्त सतनामी समाज को एकजुट करने, समाज के लोगों को उनका अधिकार दिलाने एवं गुरु घासीदासजी बाबा के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के मिशन पर लगातार काम कर रहे हैं। राजगुरु और युवराज गुरु पूरे देश में घूम घूमकर सतनामी समाज को एकसूत्र में बांधने का काम कर रहे हैं। इसी सिलसिले में बीते दिनों गुरु द्वय का मुंगेली आगमन हुआ। बालदास एवं सौरभ साहेब के सानिंध्य में मुंगेली तथा आसपास के गांवों के प्रमुख सामाजिकजनों की एक विशेष बैठक हुई जिसमें बालदास साहेब ने कहा कि हमारे पूज्य गुरु घासीदास बाबा ने मनखे-मनखे एक समान का जो संदेश दिया है, वह समूचे मानव जगत के कल्याण के लिए है। उनके इस संदेश का तात्पर्य यही है कि इस धरती पर जन्म लेने वाले सभी व्यक्ति एक समान हैं, धर्म-जाति कोई मायने नहीं रखती, जब हमारे आराध्य ने समूचे मानव समाज को एक माना है, तो फिर उनके हम प्रखर अनुयायी सतनामी एक बराबर क्यों नहीं हो सकते? हमें अपने समाज से अमीरी-गरीबी और शिक्षित-अशिक्षित की दीवार को तोड़ना होगा, सभी को एक नजरिए से देखना होगा। हमारे समाज का जो तबका गरीब है उसके आर्थिक उत्थान में और जिन परिवारों के बच्चे एवं युवा शिक्षा से विमुख हो रहे हैं, उनके शैक्षणिक उत्थान के लिए समाज के धन संपन्न एवं शिक्षित व नौकरीपेशा वर्ग को आगे आना चाहिए।बालदास साहेब ने समाज में कन्याओं की शिक्षा पर विशेष जोर दिया। उनका कहना था कि एक शिक्षित बेटी दो कुलों को शिक्षित और उन्नतिशील बनाने में योगदान देती है। गुरु सौरभ साहेब ने युवाओं को समाज उत्थान में आगे आने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि बहन रत्नावली कौशल सतनामी समाज के साथ ही दूसरे समाजों के भी युवक युवतियों और बालक बालिकाओं को जागरूक करने के लिए जो कार्य कर रही हैं, वह प्रेरणा दायक है। समाज के अन्य युवक युवतियों को चाहिए कि वे बहन रत्नावली के प्रयासों में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दें।
इन मुद्दों पर हुआ मंथन
रत्नावली कौशल ने बताया कि इस महति बैठक में समाज हित से जुड़े कई अहम मुद्दों पर मंथन हुआ। बैठक में अभा सतनाम सेना के पदाधिकारियों के चयन पर चर्चा की गई। समाज में सामंजस्य, भाईचारा, समन्वय एवं विश्वास की बढ़ाने, हर माह 7 तारीख को अलग अलग स्थान पर बैठक आयोजित करने, 21 जुलाई को भंडारपुरी में सतधारी गुरु अमरदास के अवतरण दिवस पर गुरु पूर्णिमा पर्व मनाने, राज्य के हर जिले में धर्म गुरुओं का दौरा कार्यक्रम सुनिश्चित करने आदि पर विमर्श हुआ।
बैठक में प्रदेश महासचिव सुखचंद सतनामी,जिला महंत कुंजन सतनामी, रत्नावली कौशल, जिला महंत जैत कुमार सतनामी, जिला प्रभारी रामकुमार सतनामी, जिलाध्यक्ष प्रमोद सतनामी, जिला उपाध्यक्ष जय सतनामी, देवेंद्र सतनामी, भूमचंद सतनामी, रेखचंद कोसले,मीडिया प्रभारी अरविंद बंजारे,भरत सतनामी, रामजी सतनामी, टेसकुमार सतनामी, बसंत कुमार सतनामी, भरत लाल सतनामी, सोमनाथ सतनामी, देवसिंग सतनामी, राजू सतनामी, धर्मेंद्र सतनामी, हीराराम सतनामी, मेलाराम सतनामी, दादू सतनामी, पुन्नी लाल सतनामी, ताराचंद सतनामी, बिट्टू सतनामी, धन्नू सतनामी, बालमदास सतनामी, देवदत्त सतनामी, शिवप्रसाद सतनामी, गजेंद्र सतनामी, गोपाल सतनामी, मिलेश सतनामी, कुंजम सतनामी, हेमन सतनामी उज्जन सतनामी, प्रमोद कुमार सतनामी, ओमप्रकाश सतनामी, बैसाखू सतनामी, धन्नूलाल सतनामी, चन्द्रलाल सतनामी, सुशील सतनामी, सबल प्रसाद सतनामी, गिरिवर धर सतनामी, राधेलाल सतनामी, मोहित दास सतनामी, सुरेंद्र सतनामी, राजा मिरी सतनामी, देवेंद्र बंजारा व अन्य लोग उपस्थित थे।